MCD News: दिल्ली नगर निगम में सोमवार का दिन सियासी हलचल और हंगामेदार रहा. नेता प्रतिपक्ष अंकुश नारंग अपने पार्षदों के साथ दिल्ली के मेयर राजा इकबाल सिंह के दफ्तर मिलने पहुंचे. विपक्ष का आरोप रहा कि वे मेयर से मिलकर दिल्ली में लगाए गए यूजर चार्ज को वापस लेने की मांग कर रहे हैं, जिस पर अभी तक कोई स्पष्टीकरण नहीं मिला है.

विपक्ष का आरोप है कि यूजर चार्ज वापस लेने को लेकर मेयर से आग्रह किया गया और अगली हाउस मीटिंग में इसको लेकर प्रस्ताव लाने की मांग भी की गई लेकिन प्रस्ताव नहीं लाया जा रहा है. वहीं इस मामले पर पलटवार करते हुए दिल्ली के मेयर राजा इकबाल सिंह ने कहा कि हम दिल्ली की जनता पर किसी भी तरह का कोई बोझ नहीं डालेंगे और किसी भी तरह का कोई चार्ज नहीं लगाया जाएगा. 

एमसीडी में यूजर चार्ज वापसी के प्रस्ताव की मांग

विपक्ष नेता अंकुश नारंग 21 मई को होने वाले एमसीडी सदन की बैठक में यूजर चार्ज वापसी की मांग के प्रस्ताव को लाना चाहते थे लेकिन वह प्रस्ताव शामिल नहीं किया गया है. अंकुश नारंग का कहना है कि एमसीडी पहले डोर-टू-डोर कूड़ा उठाए, फिर अवासीय- व्यवसायिक प्रॉपटी पर यूजर चार्ज लगाए. 

मेयर ने कहा- जनता पर कोई चार्ज नहीं लगेगा

विपक्ष की तरफ से उठाए जा रहे सवाल और एमसीडी में हंगामे को लेकर मेयर की तरफ से पलटवार करते हुए कहा गया है कि दिल्ली की जनता पर बोझ नहीं बढ़ने दिया जाएगा और किसी भी तरह का चार्ज दिल्ली की जनता को नहीं देना होगा. इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि स्टैंडिंग कमेटी जो बहुत वक्त से विपक्ष के सत्ता में नहीं बनी उसको लेकर 2 हफ्ते में चुनाव होगा. 

मेयर ने कहा कि आम आदमी पार्टी के तो अपने ही एक साथ 15 पार्षदों ने पार्टी छोड़ दी है, उसके पीछे उनके ही नेताओं की कमी है. आपस में समन्वय नहीं है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ''चर्चा तो यहां तक है कि आप नेतृत्व का पार्षदों पर दवाब रहता है कि वह पार्षद वसूली करके आप नेताओं को निजी तौर पर हर महीने पैसा पहुंचाएं. जो पार्षद ऐसा नहीं करता है उसे परेशान भी किया जाता है. जिसका परिणाम आप के पार्षदों द्वारा आप से इस्तीफा देकर नए दल के गठन के रूप में सामने आया है''. 

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