Delhi News: राजधानी दिल्ली में आई बाढ़ के बाद अब यमुना का पानी धीरे-धीरे उतरने लगा है. दिल्ली नगर निगम (MCD) ने राहत के कार्य भी तेज कर दिए हैं. इस कड़ी में MCD के कर्मचारी मशीनों के साथ बाढ़ के बाद हालात को सामान्य बनाने की कोशिश में लगे हुए हैं. जहां एक तरफ इलाकों से पानी निकालने और सफाई का काम चल रहा है तो दूसरी तरफ दवाओं के छिड़काव और चिकित्सा सुविधाओं को भी सुनिश्चित किया जा रहा है. साथ ही सड़कों पर से अतिक्रमण को हटाने का काम भी किया जा रहा है. जन-जीवन और यातायात को सामान्य बनाने के प्रयास में MCD ने हकीकत नगर धीरपुर मुख्य पीडब्ल्यूडी सड़क, मलका गंज दिल्ली विश्वविद्यालय, प्रियदर्शिनी कॉलोनी, निगमबोध घाट, बेला रोड, मजनू का टीला से शांति वन तक की सड़क, मूलचंद बस्ती, पुश्ता रोड मदनपुर खादर, हाफिज नगर भैरों मंदिर मार्ग, अन्ना नगर, जैतपुर आदि स्थानों पर पंपों, सुपर सकर मशीन आदि की सहायता से बाढ़ का पानी निकालने एवं गाद सफाई के कार्य की शुरुआत की है.


MCD ने सिविल लाइंस क्षेत्र में बाढ़ राहत के कार्य को सुचारू रूप से क्रियान्वित करने के लिए एनफोर्समेंट एवं अतिक्रमण हटाओ अभियान भी चलाया है. यह अभियान जहांगीरपुरी में मुख्य मार्ग पर चलाया जा रहा है. इस अभियान से साफ सफाई एवं बाढ़ का पानी निकालने में MCD को सहूलियत होगी. सफाई और यातायात सुचारू बनाने की दिशा में MCD ड्रेन संख्या 12A, 12A+2, Z ब्लॉक नाला ओखला फेज 2 नालों से तैरती हुई वस्तुओं को भी हटा रही है. इस प्रयास में निगम ने क्षेत्र से 30.75 घन मीटर मलबा हटाया है और यातायात व्यवस्था सामान्य बनाने की दिशा में अब तक किये गए कार्य के दौरान 313 वर्ग मीटर सड़कों पर पैच वर्क किया जा चुका है. वहीं, तैमूर नगर नाले से कचरा उठाने के लिए किये गए विशेष प्रयास में निगम द्वारा 6 ट्रक लगाए गए हैं, जिसमें नाले से 25 मैट्रिक टन कचरा उठाया जा चुका है.


बीमारियों के रोकथाम पर जोर 


दिल्ली नगर निगम द्वारा बाढ़ राहत शिविरों में मच्छरजनित बीमारियों से बचाव के लिए फॉगिंग एवं कीटनाशक दवाओं का भी छिड़काव किया जा रहा है. राहत शिविरों में लगातार OPD लगा कर मरीजों को चिकित्सीय परामर्श उपलब्ध कराए जा रहे हैं. इस दौरान जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा ORS के पैकेट भी वितरित किए गए. साथ ही राहत शिविरों में पीने के साफ पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए क्लोरीन की बॉटल भी वितरित की गई है. इसके अलावा, पानी कै टैंकरों में भी क्लोरीन की उपलब्धता सुनिश्चित कर रही है, जिससे की लोगों को सुरक्षित एवं साफ पेयजल मिल सके. वहीं, पशु चिकित्सा विभाग द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से मृत पशुओं को भी उठाया जा रहा है, जिससे बीमारियों के फैलने का खतरा न रहे. इस क्रम में 277 मृत पशुओं को उठाया गया है.


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