दिल्ली में 12 निगम सीटों पर रविवार, 30 नवंबर को वोटिंग जारी है. सुबह 9.30 बजे तक का वोटिंग आंकड़ा सामने आ गया है. अब तक 5.4 फीसदी मतदान हुआ है. सबसे अधिक मतदान संगम विहार वार्ड में, 9.44 फीसदी हुआ. वहीं, सबसे कम ग्रेटर कैलाश वार्ड में 2.77 फीसदी मतदान हुआ है.

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दिल्ली नगर निगम (MCD) के 12 वार्ड में उपचुनाव के लिए रविवार सुबह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान प्रारंभ हो गया. मतदान शाम पांच बजकर 30 मिनट तक होगा. इस उपचुनाव को वर्ष की शुरुआत में हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की बड़ी जीत के बाद राष्ट्रीय राजधानी के मतदाताओं के मूड को परखने के लिए महत्वपूर्ण अवसर माना जा रहा है.

MCD उपचुनाव में मतदान के बीच सुरक्षा के कड़े इंतजाम

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राज्य निर्वाचन आयोग ने उपचुनाव के लिए 143 मतदान केंद्रों पर कुल 580 बूथ स्थापित किए हैं. निष्पक्ष एवं स्वतंत्र मतदान के लिए निर्वाचन आयोग के 2,320 कर्मी, 580 होमगार्ड और 2,265 अन्य कर्मचारी तैनान किए गए हैं साथ ही केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की 13 कंपनी भी तैनात की गई हैं.

चुनावी मैदान में 8 महिला उम्मीदवार

एमसीडी उपचुनाव में 26 महिलाओं सहित 51 उम्मीदवार मैदान में हैं. बीजेपी ने आठ महिला उम्मीदवारों को चुनावी रण में उतारा है, इसके बाद आम आदमी पार्टी (आप) ने छह और कांग्रेस ने पांच महिला उम्मीदवार उतारी हैं. विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 70 में से 48 सीट जीतकर 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी की है और आप को सत्ता से बेदखल किया.

आवागमन के लिए विशेष इंतजाम, मेट्रो और डीटीसी अलर्ट मोड में

उपचुनाव के मद्देनजर मतदान से जुड़े कर्मचारियों और मतदाताओं की सुविधा के लिए मेट्रो और डीटीसी ने अपनी सेवाओं में बदलाव कर आज रविवार की सुबह मेट्रो की सेवाओं को 4 बजे से शुरू कर दिया था, ताकि मतदान दल समय पर बूथ तक पहुंच सकें. जबकि आखिरी ट्रेन रात करीब 11:30 बजे चलेगी.

डीटीसी ने भी 35 रूटों पर अतिरिक्त बसें लगाने के साथ सुबह 3 बजे से विशेष सेवाएं शुरू की थी. नाइट सर्विस सामान्य रूप से जारी रहेगी. जिसके लिए आयोग ने दोनों संस्थाओं की मदद के लिए आभार जताया है.

इस कारण खाली हुई थी 12 सीटें

आज हो रहे 12 सीटों के उपचुनाव में से 11 सीटें इसलिए खाली हुईं, क्योंकि उनके पार्षद 2025 के विधानसभा चुनाव जीतकर विधायक बन गए. शालीमार बाग-बी सीट को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने विधायक बनने के बाद खाली किया था. वहीं, द्वारका-बी सीट पिछले साल तब खाली हुई थी, जब पार्षद कमलजीत सहरावत लोकसभा सांसद बन गईं.