Maulana Mahmood Madani on Pujari Granthi Samman Yojana: दिल्ली में सत्ताधारी दल आम आदमी पार्टी (AAP) ने वादा किया है कि अगला चुनाव जीतने पर मंदिरों के पुजारी और गुरुद्वारों के ग्रंथियों को 18 हजार रुपये प्रति माह सम्मान राशि दी जाएगी. अगर दिल्ली में आप की सरकार बनी तो 'पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना' के तहत अरविंद केजरीवाल यह राशि पुजारी और ग्रंथियों के खाते में हर महीने भेजेंगे. इसको लेकर अब  AAP की पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना की प्रतिक्रिया आई है.

जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी ने आम आदमी पार्टी की इस योजना का समर्थन करते हुए कहा, "चुनाव का समय है और यह चुनाव के बीच लिया जाने वाला राजनीतिक फैसला है. इसे बहुत पहले से हो लागू कर दिया जाना चाहिए था, लेकिन देर आए दुरुस्त आए."

मौलवियों-इमामों को पहले से मिल रहे 18 हजार रुपयेगौरतलब है कि दिल्ली में वक्फ बोर्ड के तहत आने वाली मस्जिदों के इमाम और मौलवियों को हर महीने 18 हजार रुपये वेतन मिलने का प्रावधान है. हालांकि, मौजूदा समय में मौलवी आप सरकार से नाराज हैं और उसके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. जमात उलमा-ए-हिन्द समेत कई संगठनों का आरोप है कि इमाम और मौलवियों को बीते तीन साल से सैलरी नहीं मिली है. 

क्या है पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना?आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीते 30 दिसंबर 2024 को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के जरिए ये ऐलान किया था कि आम आदमी पार्टी के जीतने पर दिल्ली में मंदिरों के पुजारियों और गुरुद्वारा साहिब के ग्रंथियों को 18,000 रुपये प्रति माह की सम्मान राशि दी जाएगी.

अरविंद केजरीवाल ने पोस्ट में बीजेपी पर निशाना साधते हुए लिखा था, "ये योजना समाज में उनके आध्यात्मिक योगदान और हमारी सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित रखने के उनके प्रयासों का सम्मान है. BJP वालों इसे रोकने की कोशिश मत करना, बहुत पाप लगेगा."

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