Delhi Crime News: गणतंत्र दिवस परेड से पहले पूरी दिल्ली सुरक्षा के मद्देनजर हाई अलर्ट पर थी. चप्पे-चप्पे पर जवान तैनात थे. इस सुरक्षा के बावजूद सड़क पर एक खौफनाक दृश्य देखा गया. बीच सड़क पर एक लाश जल रही थी. इसकी कहानी दहला देने वाली है.
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में जांच करते हुए अमित तिवारी नाम के शख्स को गिरफ्त में लिया है. आरोप है कि उसने अफनी लिव-इन पार्टनर शिल्पा पांडेय की हत्या की और दोस्त अनुज की मदद से उसकी लास को डंप कर दिया. दोनों ने मिलकर 26 जनवरी की परेड से पहले देर रात 1 से 2 बजे के बीच इस वारदात को अंजाम दिया.
दिल्ली की सड़कों पर लाश लिए घूम रही थी कारमामला दिल्ली के गाजीपुर इलाके का है. शिल्पा की हत्या करने के बाद आरोपी अमित ने लाश को सूटकेस के अंदर डालकर जला दिया था और फिर दोनों फरार हो गए थे.
शनिवार देर रात दिल्ली की सड़कें छावनी में तब्दील थीं. सड़कों पर चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात थी. बॉर्डर पर गाड़ियों की सघन जांच चल रही थी और इसी चेकिंग के बीच दिल्ली की सड़कों पर एक कार सूटकेस में लाश लिए घूम रही थी.
जली हुई लाश की पहचान कर पाना था मुश्किलआरोपियों ने लाश को गाजीपुर इलाके में एक सुनसान जगह पर पराली और पेट्रोल डालकर जला दिया था. देर रात को किसी ने जलती लाश देखी तो पुलिस को इसकी जानकारी दी. पुलिस ने मौके पर पहुंच कर तुरंत जांच शुरू की. लाश इतनी जल चुकी थी कि उसकी पहचान कर पाना मुश्किल था.
पहले सूटकेस फेंका फिर लगा दी आगपुलिस जांच के दौरान जब आसपास के सीसीटीवी खंगाले गए तो एक गाड़ी मौके पर नजरआई. फुटेज में दिख रहा था कि एक गाड़ी मौके पर आती है और सूटकेस फेंक कर चली जाती है. कुछ देर बाद गाड़ी फिर आती है और सूट केस पर आग लगाकर तेजी से निकल जाती है.
कजिन बहन के साथ लिव-इन रिलेशनशिपपुलिस ने सीसीटीवी की मदद से दर्जनों गाड़ियों की पड़ताल की और फाइनली एक गाड़ी को जीरो इन किया, जिसके बाद ड्राइवर अमित तिवारी को ग्रेटर नोएडा से गिरफ्तार किया गया. आरोपी ने पूछताछ में बताया कि मृतका का नाम शिल्पा पांडेय था और वो उसकी कजन बहन थी. हालांकि, दोनों पिछले 2 महीने से लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे थे. पुलिस के मुताबिक, अमित तिवारी ने पूछताछ में बताया कि शिल्पा इसके ऊपर शादी का दबाव बना रही थी. इसी के चलते शराब के नशे में उसने शिल्पा की गला घोंटकर हत्या कर दी.
बॉर्डर पर चेकिंग होने के कारण दिल्ली में ही जलाई बॉडीअमित तिवारी ने पुलिस को बताया कि हत्या के बाद उसने बॉडी को एक सूटकेस के अंदर डाल दिया और फिर अपने दोस्त अनुज के साथ बॉडी को डंप करने के लिए निकला. दिल्ली की सड़कों पर गणतंत्र दिवस समारोह के कारण कड़ी चेकिंग चल रही थी. जगह-जगह पुलिस की तैनाती थी.
ऐसे में उन लोगों ने सोचा कि बॉडी को दूसरे शहर में ले जाकर डंप करना मुश्किल होगा. यही वजह है कि गाजीपुर इलाके में ही एक सुनसान जगह पर उन्होंने मौका पाकर सूटकेस फेंका और फिर उसमें आग लगाकर फरार हो गए.
दिल्ली की सुरक्षा पर उठ रहे सवालपुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन सवाल यह भी उठता है कि इतनी चेकिंग के बीच ये लोग लाश को सड़कों पर लेकर कैसे घूमते रहे? और जांच के दौरान ही पुलिस इन्हें क्यों नही पकड़ पाई?
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