उत्तर भारत में इन दिनों कोहरा काल बना हुआ है. बीते केवल 3 दिनों- 15, 16 और 17 दिसंबर 2025 के बीच कई ऐसे हादसे हो चुके हैं जिसे सुन कर आपके रौंगटे खड़े हो जाएंगे. उत्तर प्रदेश, हरियाणा और उत्तराखंड में एक्सप्रेसवे और हाईवे पर हुए भीषण सड़क हादसों में करीब 23 से 25 लोगों की मौत और लगभग 80 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं. कम विजिबिलिटी और तेज रफ्तार इन हादसों की बड़ी वजह रही, जिससे प्रशासन ने सतर्कता बरतने की अपील की है.

Continues below advertisement

कोहरे की चपेट में उत्तर भारत

भारत के ज्यादातर हिस्से इस समय घने कोहरे की गिरफ्त में हैं, लेकिन उत्तर भारत में इसका असर सबसे ज्यादा देखा जा रहा है. यह केवल मौसम की सामान्य स्थिति नहीं रही, बल्कि लोगों की जान पर भारी पड़ती दिखी. खासतौर पर एक्सप्रेसवे पर 5 मीटर से भी कम विजिबिलिटी के कारण वाहन चालकों को सामने की गाड़ियां तक नजर नहीं आईं. तेज रफ्तार में चल रहे वाहन अचानक ब्रेक नहीं लगा पाए और एक के बाद एक टकराते चले गए. दिल्ली एनसीआर में भी कोहरे के कारण ट्रैफिक प्रभावित रहा, हालांकि वहां बड़े जानलेवा हादसे सामने नहीं आए.

तीन दिन में हुए बड़े हादसे

15 दिसंबर की देर रात दिल्ली आगरा यमुना एक्सप्रेसवे पर मथुरा के पास घने कोहरे में बड़ा पाइल अप हुआ. कई बसें और कारें आपस में टकरा गईं और कुछ वाहनों में आग भी लग गई. इस हादसे में करीब 13 लोगों की मौत हुई और 60 से 70 लोग घायल हो गए, जो इन दिनों का सबसे बड़ा हादसा माना जा रहा है.

Continues below advertisement

इसी दौरान 15 और 16 दिसंबर की रात दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे पर हरियाणा के नूह के पास 20 से ज्यादा वाहनों की चेन कोलिजन हुई, जिसमें 4 लोगों की जान चली गई और कई लोग घायल हुए.

उत्तराखंड में ऋषिकेश हरिद्वार हाईवे पर तेज रफ्तार एक्सयूवी 500 कार घने कोहरे में खड़े ट्रक से टकरा गई. टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार के परखच्चे उड़ गए और वाहन ट्रक के नीचे घुस गया, जिसमें 4 युवकों की मौके पर ही मौत हो गई.

यूपी में छोटे हादसे और बढ़ता खतरा

इन बड़े हादसों के अलावा उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, हापुड़ और अन्य इलाकों में भी कोहरे के कारण छोटे सड़क हादसे हुए, जिनमें कुछ लोगों की मौत दर्ज की गई और ये सभी कुल आंकड़ों में शामिल हैं. बिहार और महाराष्ट्र में इन तारीखों के दौरान कोहरे से जुड़ा कोई बड़ा हादसा रिपोर्ट नहीं हुआ. विशेषज्ञों के मुताबिक इस मौसम में उत्तर भारत के हाईवे और एक्सप्रेसवे पर कोहरा सबसे बड़ा खतरा बन जाता है. ऐसे में कम रफ्तार, फॉग लाइट का सही इस्तेमाल और अनावश्यक यात्रा से बचना ही जान बचाने का सबसे सुरक्षित उपाय माना जा रहा है.