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इस्कॉन द्वारका द्वारा 15 से 17 अगस्त 2025 तक राजधानी के सबसे भव्य जन्माष्टमी समारोह का आयोजन किया जा रहा है. 16 अगस्त को जन्माष्टमी महोत्सव की शुरुआत भोर में मंगला आरती और भगवान के विशेष दर्शन से होगी. दिनभर विश्व प्रसिद्ध कीर्तन यों का संकीर्तन जारी रहेगा. सुबह 9:30 बजे से भक्त कलश अभिषेक करेंगे, जिसमें आगंतुकों को भी व्यक्तिगत अभिषेक का अवसर मिलेगा. इसके बाद प्रसाद वितरण, इंटर स्कूल थिएटर फेस्टिवल, नृत्य, रॉक कीर्तन जैसे कार्यक्रम होंगे. रात 9:30 बजे महा अभिषेक और मध्य रात्रि में महाआरती के साथ 2000 किलो से अधिक का विशाल केक काटकर भगवान के जन्मोत्सव का उल्लास मनाया जाएगा.

भक्ति का अद्वितीय अनुभव

श्री श्री रुक्मिणी द्वारकाधीश मंदिर, सेक्टर 13, में आयोजित होने वाला यह उत्सव भक्तों को न केवल भगवान कृष्ण की भक्ति का अद्वितीय अनुभव देगा, बल्कि सांस्कृतिक और आध्यात्मिक गतिविधियों का भी आनंद प्रदान करेगा. श्रीकृष्ण के इस जन्मोत्सव में 10 लाख भक्तों के शामिल होने की संभावना है.

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उत्सव के सफल आयोजन के लिए इस्कॉन द्वारका ने सप्ताह भर पहले से ही जोर-शोर से तैयारियां शुरू कर दी थी. भगवान कृष्ण के लिए विशेष रूप से मोती-सीपियों और कढ़ाईदार वस्त्र तैयार किए गए हैं. मंदिर परिसर को सुगंधित फूलों, रंग-बिरंगी रंगोलियों और आकर्षक सजावट से सुसज्जित किया गया है.

हर वर्ग के लोग जुटे हैं सेवा में

विशाल मंच पर बच्चों के लिए फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता, क्विज, नुक्कड़ नाटक और अन्य भक्ति से जुड़े खेलों की व्यवस्था की गई है. वहीं, लाखों भक्तों के लिए जन्माष्टमी की रात विशेष प्रसाद वितरण की तैयारी भी जोरों पर है, जिसमें समाज के हर वर्ग के लोग सेवा में जुटे हैं.

सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रहेगी धूम

तीन दिनों तक चलने वाले जन्मोत्सव में कुल 1,08,000 भोग भगवान को अर्पित किए जाएंगे. दिल्ली के विभिन्न स्कूलों के बच्चों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ डॉ. यास्मीन सिंह की मंडली भक्ति नृत्य प्रस्तुत करेगी. बाल कलाकार कुहू, पीहू और खुशी नागर (सोनी टीवी की सुपरस्टार सिंगर) भक्ति संगीत से माहौल को भावपूर्ण बनाएंगी. 15 अगस्त को कृष्ण लीलाओं पर आधारित अंतर-विद्यालय नाट्य महोत्सव और 17 अगस्त को नंदोत्सव व श्रील प्रभुपाद आविर्भाव दिवस समारोह मनाया जाएगा.

भक्तों की सुविधा और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

इस्कॉन प्रशासन के मुताबिक, इस बार इस आयोजन में लगभग दस लाख भक्तों के आने की संभावना है, जिसे देखते हुए उत्सव स्थल पर सुरक्षा और सुविधा की विशेष व्यवस्था की गई है. वहीं, बारिश से बचाव के लिए वाटरप्रूफ टेंट, बुजुर्गों और दिव्यांग आगंतुकों के लिए अलग कतारें और प्रतीक्षा क्षेत्र बनाए गए हैं. दिल्ली पुलिस और नागरिक सुरक्षा के साथ 10,000 प्रशिक्षित इस्कॉन स्वयंसेवक सेवा में लगे रहेंगे. पूरे कार्यक्रम का सीधा प्रसारण इस्कॉन द्वारका के चैनल पर किया जाएगा.