जामिया मिल्लिया इस्लामिया ने यौन उत्पीड़न के आरोपों पर कार्रवाई करते हुए एक कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहे पॉलिटिकल साइंस के एक फैकल्टी सदस्य को बर्खास्त कर दिया है. इसको लेकर न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी पुलिस स्टेशन में महिला द्वारा शिकायत दर्ज हुई थी. JMI द्वारा अपनी सफाई में कहा गया है कि फैकल्टी का सदस्य परमानेंट नहीं था बल्कि कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वाला सदस्य था. साथ ही यौन उत्पीड़न जामिया के परिसर के अंदर का नहीं है. महिला द्वारा की गई शिकायत दर्ज- JMI प्रशासनजामिया मिल्लिया इस्लामिया द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार बुधवार को राजनीति विज्ञान विभाग के एक सहायक प्रोफेसर (अनुबंधित) को तब बर्खास्त कर दिया, जब न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी पुलिस स्टेशन में एक महिला द्वारा शिकायत दर्ज की गई. शिकायत के बाद उनकी गिरफ्तारी की सूचना प्राप्त हुई. स्थायी संकाय के नहीं है सदस्य- प्रशासनप्रशासन ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए विश्वविद्यालय से उनकी सेवाएं समाप्त कर दीं और कहा कि जामिया मिल्लिया इस्लामिया महिलाओं के खिलाफ किसी भी प्रकार की हिंसा के जीरो टॉलरेंस की नीति का पालन करता है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस जघन्य अपराध की कड़ी निंदा व्यक्त करते हुए स्पष्ट किया कि वह स्थायी संकाय सदस्य नहीं है, बल्कि केवल एक अनुबंधित कर्मचारी है जिसे अस्थायी रूप से नियुक्त किया गया था. विश्वविद्यालय परिसर में नहीं घटित हुई घटना- प्रशासनजामिया मिल्लिया प्रशासन द्वारा यह भी कहा गया है, "यौन हमले की घटना विश्वविद्यालय परिसर के बाहर हुई थी और यह पूरी तरह से व्यक्तिगत एवं निजी मामला है. इसलिए जामिया मिल्लिया इस्लामिया का इस कथित घटना से कोई संबंध नहीं है क्योंकि यह विश्वविद्यालय परिसर में नहीं घटित हुई. फिर भी विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस गंभीर अपराध की कड़ी निंदा करते हुए उसको बर्खास्त कर दिया और कहा कि महिलाओं के सम्मान, गरिमा और अधिकारों पर किसी भी प्रकार का हमला जामिया मिल्लिया इस्लामिया द्वारा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. विश्वविद्यालय को पूरा विश्वास है कि न्याय होगा, क्योंकि क़ानून अपना मार्ग स्वयं निर्धारित करेगा." जानकारी के लिए बता दें कि विश्वविद्यालय द्वारा जानकारी दी गई है कि फैकल्टी, विभागों और केंद्रों द्वारा समय-समय पर जेंडर संवेदनशीलता पर वर्कशॉप आयोजित की जाती हैं ताकि छात्रों और संबंधित पक्षों को महिलाओं के यौन उत्पीड़न और POSH अधिनियम के अन्य प्रावधानों के प्रति संवेदनशील बनाया जा सके.
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