Delhi News: दिल्ली के यमुना जल स्तर में बढ़ोतरी के बाद कई इलाकों में घुसे पानी की वजह से सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) चारों तरह से विरोधियों के निशाने पर आ गए है. बीजेपी के अलावा कांग्रेस के नेताओं ने भी उनपर हमला बोलना शुरू कर दिया है. हालांकि, बेंगलुरु में विपक्षी दलों की एकता को ध्यान में रखते हुए दिल्ली कांग्रेस नेताओं की धार कुंद है, लेकिन मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी की ओर से आप सरकार पर हमला बोलने का सिलसिल लगातार जारी है. अपने संसदीय क्षेत्र में बाढ़ का पानी कम होने के बाद बीजेपी सांसद मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) ने कई इलाकों का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने प्रदेश सरकार से कई कदम उठाने की मांग की है. उन्होंने सीएम अरविंद केजरीवाल से कहा कि वो बाढत्र के मुद्दें पर लोगों को भ्रमित करने की बजाय लें इसकी जिम्मेदारी लें. बाढ़ से प्रभावित लोगों को शीघ्रातिशीघ्र उचित मुआवजा दिलायें।


उचित मुआवजे का ऐलान करें केजरीवाल


इससे आगे मनोज तिवारी ने कहा कि मैंने, अपने संसदीय क्षेत्र दिल्ली के बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किया. लोगों का भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। बाढ़ग्रस्त लोगों के नुकसान भरपाई के लिए उचित मुआवजा देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यमुना जी में पानी दो मीटर से ज्यादा कम हो गया है. जल्दी सब कुछ नार्मल होगा। कृपया धैर्य रखें.


बाढ़ क्यों आई, इसका जवाब दो


इससे पहले दिल्ली भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता हरीश खुराना ने मंत्री सौरभ भारद्वाज से पूछा कि दिल्ली में बाढ़ के हालाता क्यों पैदा हुए, इसका जवा दें. उन्होंने ये भी पूछा है कि साल 2013 और साला 2018 में ITO के बैराज खुले थे या बंद थे? मंत्री जी, उस समय तो पानी भी 8 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था. इस बार केवल 3.5 लाख क्यूसेक पानी ही छोड़ा गया. सवाल यही है, आईटीओ बैराज तब भी बंद था, तब बाढ़ नहीं आई अब कैसे आ गई? 


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बीजेपी सांसद मनोज तिवारी