देश की सबसे बड़ी एयरलाइनों में शामिल इंडिगो इन दिनों भारी अव्यवस्था, फ्लाइट कैंसिलेशन और लंबे विलंब के कारण तीखी आलोचना का केंद्र बनी हुई है. पिछले दो दिनों में हजारों यात्रियों को जिस अवमाननापूर्ण और तनावपूर्ण स्थिति से गुजरना पड़ा, उसने न सिर्फ जनमानस में गहरा आक्रोश पैदा किया है, बल्कि संसद स्तर पर भी गंभीर चिंता खड़ी कर दी है.
इंडिगो की परिचालन विफलता ने यात्रियों में अभूतपूर्व रोष उत्पन्न कर दिया है. हवाई अड्डों पर घंटों इंतजार, अनचाही देरी, बार-बार फ्लाइट कैंसिलेशन और प्रबंधन की नाकामी ने यात्रियों का धैर्य तोड़ दिया. सोशल मीडिया पर मदद की गुहार और स्थिति की आलोचना करते वीडियो लगातार वायरल हो रहे हैं.
कैट सम्मेलन भी ठप - व्यापारियों को हुआ भारी नुकसान
चांदनी चौक के सांसद और कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल के मुताबिक, दिल्ली में आयोजित एक अहम राष्ट्रीय सम्मेलन में देशभर से पहुंचे व्यापारी नेताओं को इंडिगो की अव्यवस्था के कारण घंटों एयरपोर्ट पर फंसे रहना पड़ा. उन्होंने कहा, सम्मेलन का पूरा उद्देश्य ही विफल हो गया, हर प्रतिनिधि परेशान रहा, किसी को कोई मार्गदर्शन या सहायता नहीं मिली.
यात्रियों का आरोप - बदइंतजामी, जानकारी का अभाव, स्टाफ गायब
खंडेलवाल ने कहा कि बीते 48 घंटे में हजारों यात्रियों को गंभीर मानसिक और शारीरिक परेशानी झेलनी पड़ी है. लोगों की शिकायतें थीं कि उन्हें स्टाफ की तरफ से कोई मदद नहीं मिली. उड़ानों की स्थिति को लेकर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी जा रही थी. बच्चों, वरिष्ठ नागरिकों और मरीजों की अनदेखी की गई. वहीं, बुनियादी सुविधाओं के अभाव का भी सामना यात्रियों को करना पड़ा. इंडिगो की इस अव्यवस्था के कारण कई यात्रियों की मीटिंग्स, दूसरे कनेक्शन और निजी कार्यक्रम छूट गए, जिससे उन्हें भारी आर्थिक क्षति भी उठानी पड़ी.
सख्त कार्रवाई की मांग - नागरिक उड्डयन मंत्री को लिखा पत्र
सांसद खंडेलवाल ने इस पूरे संकट पर गंभीर रुख अपनाते हुए नागरिक उड्डयन मंत्री को तुरंत हस्तक्षेप करने की मांग की है.
उन्होंने अपने पत्र में चार प्रमुख मांगें रखी हैं. इन मांगो में शामिल है- इंडिगो की परिचालन विफलता की विस्तृत जांच, सभी प्रभावित यात्रियों को अनिवार्य मुआवजा, भविष्य में ऐसी स्थितियों को रोकने के लिए कड़े नियम और सभी एयरलाइंस में यात्री अधिकारों का सख्त प्रवर्तन. खंडेलवाल ने कहा कि इंडिगो का रवैया उदासीन और असंवेदनशील रहा है जो यात्री अधिकारों का खुला उल्लंघन है.
जनता और मीडिया में भी नाराजगी, घटना को बताया विमानन क्षेत्र की बड़ी चूक
देशभर में यात्री इस स्थिति को हाल के सालों की सबसे बड़ी एयरलाइन प्रबंधन विफलता बता रहे हैं. न्यूज चैनल और डिजिटल प्लेटफॉर्म भी इंडिगो के संचालन और यात्री सेवा पर गंभीर सवाल उठा रहे हैं. वायरल वीडियो और यात्रियों की शिकायतें एयरलाइन की स्थिति को और कठघरे में खड़ा कर रही हैं.
केवल एयरलाइन का मामला नहीं, जनता के अधिकारों का मुद्दा है - खंडेलवाल
खंडेलवाल ने मंत्रालय से तुरंत निर्णायक कदम उठाने की मांग की है, ताकि एयरलाइन को जवाबदेह बनाया जा सके और पीड़ित यात्रियों को उचित राहत मिल सके. उन्होंने कहा, यह सिर्फ इंडिगो की समस्या नहीं, बल्कि हर उस यात्री के अधिकारों का सवाल है जो भरोसे के साथ विमानन सेवाओं का उपयोग करता है.