Digital Threat Report India: भारत के बैंकिंग, बीमा और फाइनेंस सेक्टर पर साइबर हमलों का बड़ा खतरा मंडरा रहा है. इसको लेकर भारत सरकार की दो बड़ी इंडियन इमरजेंसी रिस्पांस टीम, कंप्यूटर सिक्योरिटी इंसिडेंट रिस्पांस टीम और प्राइवेट कंपनी SISA ने मिलकर भारत की पहली डिजिटल थ्रेट रिपोर्ट 2024 जारी की. इस रिपोर्ट को तीनों संस्थानों ने मिलकर तैयार किया है. ये भारत में बैंकिंग, बीमा और फाइनेंस सेक्टर पर पहली डिजिटल थ्रेट रिपोर्ट है. डिजिटल थ्रेट रिपोर्ट के मुताबिक भारत में BFSI सेक्टर में साइबर हमलों में जबरदस्त उछाल आया है. हैकर्स AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) और सोशल इंजीनियरिंग जैसे तरीकों का इस्तेमाल कर आम जनता और बड़े संस्थानों को निशाना बना रहे हैं. हैकर्स अब डीपफेक तकनीक से फर्जी वीडियो और आवाज बनाकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं. इतना ही नहीं, हैकर्स बिजनेस ईमेल हैक कर लाखों की ठगी कर रहे हैं. हैकर्स सप्लाई चेन की कमजोरियों का फायदा उठाकर एक साथ कई कंपनियों को निशाना बना रहे हैं.

फिशिंग हमलों में 175 प्रतिशत की बढ़ोतरी

डिजिटल थ्रेट रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में फिशिंग हमलों में 175 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. नकली ईमेल और मैसेज भेजकर लोगों की निजी जानकारी चुराने की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं. इसमें खासकर बैंकिंग और डिजिटल पेमेंट ऐप्स को निशाना बनाया जा रहा है. इसके अलावा, 54 प्रतिशत मामलों में हैकर्स ने झूठी कहानियां गढ़कर कर्मचारियों और ग्राहकों से पासवर्ड और अन्य जरूरी जानकारी चुराकर नकली ईमेल बना लेते हैं, जिसे देखकर सुरक्षा सिस्टम भी धोखा खा जाते हैं. रिपोर्ट में सामने आया कि कई बार तो हमलावर थर्ड पार्टी सॉफ्टवेयर के जरिए पूरे सिस्टम में घुसपैठ कर लेते हैं. भारत सरकार की संस्था Indian Emergency Response Team के महानिदेशक संजय बहल ने एबीपी न्यूज से बातचीत करते हुए कहा की बैंकिंग, बीमा और फाइनेंस सेक्टर में भारत की पहली डिजिटल थ्रेट रिपोर्ट में ना सिर्फ जानकारियां दी गई है बल्कि किस तरह से इन सेक्टर में बड़े साइबर हमले हो रहे हैं, को लेकर चेताया भी गया है.

कमजोर पासवर्ड से डाटा हो रहा लीक रिपोर्ट के मुताबिक क्लाउड सिस्टम सुरक्षा भी चिंता का कारण बनी हुई है और गलत सेटिंग्स और कमजोर पासवर्ड के कारण कई बार जरूरी डाटा लीक हो रहा है. डिजिटल थ्रेट रिपोर्ट के मुताबिक भारत में एक बार डाटा लीक होने पर औसत 18 करोड़ रुपये का नुकसान होता है. यह नुकसान एक छोटी कंपनी को बर्बाद करने के लिए काफी है. रिपोर्ट में BFSI कंपनियों को सलाह दी है कि वो तीन सिक्योरिटी पिलर्स पर कारोबार डेवलप करे. इनमें:  

  • लोगों को डिजिटल थ्रेट को लेकर करें जागरूक.
  • कंपनियां खुद को तकनीकी स्तर पर मजबूत और अपडेट रखें.
  • तीसरी बात ये कि कंपनियां नई टेक्नोलॉजी को अपनाए.