दिल्ली-एनसीआर में से ग्रेप-4 के प्रतिबंध गुरुवार (16 जनवरी) को हटा दिए गए. ऐसा दिल्ली-एनसीआर की वायु गुणवत्ता में हुए सुधार के बाद किया गया. हालांकि, दिल्ली में ग्रेप-3 के प्रतिबंध लागू रहेंगे. आदेश में कहा गया कि 16 जनवरी को दिल्ली-एनसीआर की एक्यूआई  302 दर्ज की गई जो 'बहुत खराब' की श्रेणी में आता है. ग्रेप-4 के प्रतिबंध तब लगाए जाते हैं जब एक्यूआई 400 मार्क को छू देती है. 

ग्रेप-3 में क्या होते हैं प्रतिबंध?

ग्रैप के तीसरे चरण को लागू करने के बाद बीएस 3 पेट्रोल और बीएस 4 डीजल वाहनों के इस्तेमाल पर रोक लगा दी जाती है. इसके अलावा, बिल्डर प्रोजेक्ट, सड़क निर्माण और अन्य निर्माण परियोजनाओं पर भी पूरी तरीके से रोक लगा दी जाती है. ग्रैप 3 के नियम लागू होते ही सिर्फ अति आवश्यक जगह एयरपोर्ट, अस्पताल, एलिवेटेड रोड और एसटीपी प्लांट परियोजनाओं को छोड़कर सभी जगहों पर निर्माण कार्य बंद कर दिया जाता है.

दिल्ली में 3.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज

बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार रात बारिश हुई. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के आंकड़ों के अनुसार बुधवार रात करीब 11.30 बजे दिल्ली के कुछ हिस्सों में बारिश शुरू हो गई और रात 11.30 से सुबह 5.30 बजे के बीच दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र में 3.7 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई.

अन्य मौसम केंद्रों की बात करें तो पालम में 8.6 मिलीमीटर, पूसा में 7.5 मिलीमीटर और मयूर विहार में 4 मिलीमीटर बारिश हुई. राष्ट्रीय राजधानी में न्यूनतम तापमान सामान्य से 2.7 डिग्री सेल्सियस अधिक मापा गया जो 10.3 डिग्री सेल्सियस रहा, वहीं वायु गुणवत्ता 336 दर्ज की गई जो बहुत खराब श्रेणी में रही.

एक्यूआई के अलग-अलग पैमाने 

मौसम विभाग ने गुरुवार को आसमान में बादल छाए रहने और हल्की बारिश होने का पूर्वानुमान जताया था. अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है.  शून्य से 50 के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) को अच्छा, 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के बीच खराब, 301 से 400 के बीच बहुत खराब और 401 से 500 के बीच एक्यूआई को गंभीर श्रेणी में माना जाता है.

दिल्ली में ढाई लाख रुपये की लूट के मामले का खुलासा, पुलिस ने आरोपी को ऐसे दबोचा