Eid 2025: रमजान के पवित्र महीने के समापन के दिन ईद मनाई जाती है. ईद-उल-फितर इस्लाम का प्रमुख त्योहार है. इस अवसर पर दुनियाभर की मस्जिदों और ईदगाहों में मुस्लिम धर्मावलंबी विशेष नमाज पढ़ते हैं. ईद पर बनने वाली सेवइयां और खीर की तो बात ही निराली होती है तो वहीं बड़े अपने घर के छोटों को ईदी (तोहफा) देते हैं. राजधानी दिल्ली और एनसीआर के इलाके में भी ईद को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं और बाजारों में खरीदारों के बीच खूब धूम देखी जा रही है. आइए जानते हैं दिल्ली, नोएडा और गुरुग्राम में ईद के नमाज की क्या टाइमिंग हैं.
रमजान के महीने की शुरुआत मार्च के पहले सप्ताह में हुई थी. ईद शव्वाल महीने की पहली तारीख को मनाई जाती है जो कि रमजान के बाद आता है. मान्यता यह है कि जिस अनुरूप शव्वाल का पहला चांद दिखता है उसी अनुरूप ईद मनाई जाती है. अगर शव्वाल का चांद 30 मार्च को दिखा तो 31 मार्च और अगर 31 मार्च को चांद दिखा तो 1 अप्रैल को ईद मनाई जाएगी. ऐसे में 31 मार्च या 1 अप्रैल को ईद की नमाज पढ़ी जाएगी.
दिल्ली-एनसीआर में कब पढ़ी जाएगी नमाज?
जहां तक ईद की नमाज की बात है तो हर शहर में इसकी टाइमिंग अलग-अलग होती है. वक्फ बोर्ड और रोजनामा इंकलाब दिल्ली और आसपास के इलाकों के लिए ईद की नमाज की टाइमिंग जारी करते हैं. दिल्ली में सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे के बीच और नोएडा में सुबह 6.19 बजे से दोपहर 12 बजे के बीच नमाज पढ़े जाने की संभावना है.
रमजान इस्लामी कैलेंडर का नौवां महीना होता है. इस पूरे महीने मुस्लिम धर्मावलंबी रोजा रखते हैं. रोजेदार हर दिन सूर्योदय के पहले से लेकर सूर्यास्त तक रोजा रखते हैं जिस दौरान वह पानी भी ग्रहण नहीं करते. इसका वे बहुत ही नियम से पालन भी करते हैं. इस एक महीने के रोजे के बाद आता है ईद का जश्न जब हर उम्र वर्ग के लोग ईदगाह और मस्जिदों में जाकर नमाज अदा करते हैं. एक-दूसरे के गले लगकर मुबारकबाद देते हैं. ईद पर बनने वाले पकवान की तो बात ही अलग होती है. इसमें सेवइयां, फिरनी और खुरमा का अलग ही स्थान होता है.