Delhi News: आम आदमी पार्टी की अरविंद केजरीवाल सरकार ने आर्थिक रुप से कमजोर लोगों के ईलाज के लिए ईडब्ल्यूएस कोटे का प्रावधन किया हुआ है. सरकार इससे गरीब लोगों का प्राईवेट अस्पतालों में इलाज करवाती है. दरअसल, दिल्ली सरकार से अधिग्रहीत जमीन पर अस्पताल बनाने के बाद आर्थिक रुप से कमजोर वर्ग के मरीजों को निशुल्क उपचार देने का प्रावधान है. लेकिन कई प्राईवेट अस्पताल ऐसे हैं जो ईडब्ल्यूएस कोटे से इलाज करने में आनाकानी करते हैं.  


आप विधायक ने विधानसभा में उठाया मुद्दा 
आम आदमी पार्टी के करोल बाग से विधायक विशेष रवि ने सर गंगा राम अस्पताल में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) के मरीजों के साथ कथित तौर पर भेदभावपूर्ण व्यवहार करने का गंभीर आरोप लगाया है. विशेष रवि ने अस्पताल पर भेदभावपूर्ण व्यवहार किये जाने का मामला मंगलवार को दिल्ली विधानसभा में उठाया. उन्होंने सरकार से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की. द्ल्ली सरकार की ओर से एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई है.


स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मामले का संज्ञान लिया
विशेष रवि ने दिल्ली विधानसभा में यह भी प्रस्ताव दिया कि राज्य स्तरीय ईडब्ल्यूएस अस्पताल निगरानी समिति के उप-भाग के रूप में विधानसभा क्षेत्र के आधार पर एक उप-समिति का गठन किया जाए. विशेष रवि के बयान में यह भा कहा गया है कि दिल्ली स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मामले का संज्ञान लिया और अस्पताल पर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है.


बता दें कि दिल्ली सरकार आर्थिक रुप से कमजोर लोगों के ईलाज के लिए ईडब्ल्यूएस कोटे को लेकर काफी गंभीर है. कोविड महामारी के दौरान सरकार ने स्पष्ट आदेश जारी किए थे कि कोटे का पालन नहीं करने पर अस्पताल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. सरकार यह भी स्पष्ट करती है कि इसका अस्पताल कड़ाई से पालन भी करें.


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