Delhi Politics News: दिल्ली की सत्ताधारी पार्टी आप और बीजेपी के बीच लंबे अरसे सियासी जंग जारी है. पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में वायु प्रदूषण को लेकर बीजेपी नेता हमलावर रुख अपनाए हुए हैं. इस बीच बीजेपी नेता आशीष सूद (Ashish Sood) ने प्रदूषण को काबू करने में विफल रहने पर सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) पर हमला बोला है. उन्होंने अपने पोस्ट एक्स में लिखा है कि जब सीएम को प्रदूषण (Delhi Pollution) के वजह की जानकारी नहीं है, तो वो अपने पद से इस्तीफा क्यों नहीं दे देते?


दिल्ली बीजेपी नेता आशीष सूद का कहना है कि साल 2015 से आम आदमी पार्टी दिल्ली की सत्ता पर काबिज है, लेकिन उसके नेताओं का आरोप लगाने की आदत अभी तक गई नहीं है. अब दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय आरोप लगा रहे हैं कि दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) के अध्यक्ष अश्विनी कुमार प्रदूषण पर अध्ययन नहीं होने दे रहे हैं.



AAP का आरोप निराधार


आप का यह आरोप पूरी तरह से गलत है. सूद का कहना है कि गोपाल राय ये बताते हैं कि 12.72 करोड़ रुपये में से 10.72 करोड़ रुपये प्रदूषण नियंत्रण पर खर्च किये जा चुके है. फिर किस आधार पर वो आरोप लगा रहे हैं कि डीपीसीसी अध्ययन को बीजेपी रोक रही है. खर्च हुए 10 करोड़ रुपये का क्या किया, अब तक इसका हिसाब सीएम ने नहीं दिया है. दूसरी बात यह कि जब दिल्ली सरकार के पास ये डाटा ही नहीं  है कि दिल्ली में प्रदूषण का कारण क्या है, तो ओड इवन जैसी योजना क्यों लागू की गई? इसका भी सीएम को जवाब देना होगा. 


दिल्ली एमसीडी में निगम में सदन के नेता रहे आशीष सूद का कहना है ​कि दिल्ली के सीएम अरंविद केजरीवाल की पुरानी आदत रही है की अपनी नाकामी छुपाने के लिए दूसरों पर आरोप लगा दो. ताकि उसे मुद्दा भटकाया जा सके. उन्होंने सीएम ने अपने सवालों का जवाब भी मांगा है. 


1. पंजाब में सीएम भगवंत मान की सरकार आने के बाद पराली जलाने के मामलों में कैसे 63% की वृद्धि हो गई? इससे पहले तो सीएम अरविंद केजरीवाल हर समय पंजाब को ही दोष देते रहते थे. अब क्यों ने इस पर बोलते हैं?


2.  22.9 करोड़ रुपये की लागत से कनॉट प्लेस में बने स्मॉग टावर का क्या हुआ?


3. 68 लाख रुपये के बायो-डीकंपोजर का छिड़काव दिखाने के लिए 23 करोड़ रुपये विज्ञापन प खर्च कर दिए. जबकि मात्र 955 किसानों को ही लाभ मिला था. ऐसा क्यों?


4. दिल्ली के सीएम गाड़ियों से प्रदूषण, पडोसी राज्यों से प्रदूषण, पराली से प्रदूषण अभी तक उठाते रहें हैं, अब आप नेता कह रहे हैं कि​ दिल्ली में प्रदूषण किससे होता है, इसका डाटा सरकार के पास नहीं है. तो क्या अरविन्द केजरीवाल तब झूठ बोल रहे थे? 


5. दिल्ली की जनता को झूठ बोलकर उन्होंने राजधानी में आड-इवन जैसी योजनाएं क्यों चलाई? अगर 8 साल सत्ता में रहकर आप ये पता ना लगा पाये की दिल्ली में प्रदूषण का क्या कारण है, तो आप अपना इस्तीफा क्यों देते? 


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