दिल्ली के चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद इसे बंद रखने का फैसला लिया गया है. यहां दो जांघिल (रंगबिरंगे सारस) के एच5एन1 बर्ड फ्लू वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि होने के बाद शनिवार (30 अगस्त) से अगले आदेश तक इसे दर्शकों के लिए बंद रखने का निर्णय लिया गया है. अधिकारियों ने शुक्रवार (29 अगस्त) को इस बारे में जानकारी दी है. 

चिड़ियाघर प्रशासन ने शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा, ''इस बीमारी को अन्य पक्षियों, जानवरों या चिड़ियाघर के कर्मचारियों में फैलने से रोकने के लिए सख्त सुरक्षा और निगरानी उपाय लागू किए गए हैं.''

जांच के लिए भोपाल भेजे गए थे नमूने

अधिकारियों ने आगे बताया, ''दोनों मृत पक्षियों के नमूने 27 अगस्त को भोपाल स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाई सिक्योरिटी एनिमल डिजीज (एनआईएचएसएडी) भेजे गए थे और 28 अगस्त को जांच में उनमें एच5एन1 वायरस की पुष्टि हुई. 

H5N1 इंसानों और स्तनधारियों को कर सकता है प्रभावित

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक एवियन इन्फ्लूएंजा-ए (एच5एन1) इन्फ्लूएंजा वायरस का एक सबटाइप है जो मुख्य रूप से पक्षियों को संक्रमित करता है, लेकिन दुर्लभ मामलों में इंसानों सहित स्तनधारियों को भी प्रभावित कर सकता है.

रोकथाम के उपाय शुरू किए गए

H5N1 वायरस का Goose या Guangdong Lineage (वंश) पहली बार 1996 में सामने आया था और तब से पक्षियों के बीच बार-बार इसका प्रकोप देखा गया है. चिड़ियाघर के अधिकारियों ने बताया, ''केंद्र सरकार की 2021 की एवियन इन्फ्लुएंजा की तैयारी, नियंत्रण और रोकथाम कार्य योजना के अनुरूप तत्काल रोकथाम के उपाय शुरू किए गए हैं ताकि वायरस को अन्य जानवरों, पक्षियों और कर्मचारियों में फैलने से रोका जा सके.

जन स्वास्थ्य की सुरक्षा को लेकर एहतियाती कदम

चिड़ियाघर के अंदर गहन निगरानी और सख्त जैव सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू किए गए हैं. अधिकारी ने आगे बताया कि चिड़ियाघर को बंद करना जन स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए एक एहतियाती कदम है और ये अगली सूचना तक लागू रहेगा.