Delhi Zoo: दिल्ली के चिड़ियाघर में अलग-अलग प्रकार के वन्य जीव देखने को मिलते हैं. यहां रोजाना हजारों की संख्या में सैलानी दिल्ली के चिड़ियाघर पहुंचते हैं और जंगलों में पाए जाने वाले कई जीवों को शहर में करीब से देख पाते हैं. चिड़ियाघर जोकि एक भीड़भाड़ वाले शहर में प्रकृति और जंगल जीवन का अनुभव कराता है. चिड़ियाघर में ना केवल शेर, भालू, हाथी, हिरण जैसे जंगली जीव देखने को मिलते हैं बल्कि यहां एक रेप्टाइल (सरीसृप) हाउस भी मौजूद है. जिसमें की जमीन पर रेंगने वाले जीव जंतु भी यहां मौजूद है.


चिड़ियाघर में मौजूद हैं जंगली छिपकली और सांप
दिल्ली चिड़ियाघर में अलग अलग प्रजाति के जंगली छिपकली, सांप, कोबरा जैसे अलग-अलग जीव देखने को मिलते हैं. दिल्ली के चिड़ियाघर का रेप्टाइल हाउस सर्दियों में बंद रहता है और केवल गर्मियों में ही यहां आने वाले सैलानियों के लिए इसे खोला जाता है. दिल्ली चिड़ियाघर प्रशासन की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक रेप्टाइल हाउस में मौजूदा समय में 4 कोबरा जिसमें 2 मेल, 1 फीमेल और 1 बच्चा मौजूद है. इसके अलावा 3 बंगाल मॉनिटर लिजर्ड जो कि बिल में रहती है. इस वक्त दिल्ली चिड़ियाघर के रेप्टाइल हाउस में 1 मेल और 2 फीमेल बंगाल मॉनिटर लिजार्ड मौजूद है.


रेप्टाइल हाउस में मौजूद हैं दुर्लभ प्रजाति के सरीसृप
रेप्टाइल हाउस में कई दुर्लभ प्रजाति के सरीसृप जीव मौजूद हैं. जो आमतौर पर जंगलों में भी देखने को नहीं मिलते. इसी में रॉक पाइथन (अजगर) भी है. जिनकी संख्या 15 है. जिसमें 2 मेल,2 फीमेल और बाकी बच्चे हैं. इसमें 5 रैट स्नैक भी है, जोकि चूहे खाना पसंद करते हैं. रेप्टाइल हाउस में रैट स्नेक 2 मेल, 2 फीमेल और एक बच्चा है. इसके अलावा रेप्टाइल हाउस में पानी वाले सांप भी मौजूद है जिनकी संख्या 2 है. इन्हें वोटर स्नैक भी कहा जाता है. इन सभी जीवों को रेप्टाइल हाउस में शीशे के उस पार रखा जाता है शीशे के इस पार से यहां आने वाले सैलानी इन्हें देख पाते हैं. 


बच्चों को किया गया जागरूक
इसके साथ ही दिल्ली चिड़ियाघर प्रशासन की ओर से अलग-अलग मौकों पर यहां आने वाले टूरिस्ट और स्कूली छात्रों के लिए एक्टिविटी भी आयोजित की जाती हैं. हाल ही में 16 जुलाई वर्ल्ड स्नेक डे के मौके पर स्कूली छात्रों के लिए रेप्टाइल हाउस टूर आयोजित किया गया, जिसमें कि यहां मौजूद इन जीवों के बारे में छात्रों को बताया गया. छात्रों ने इस मौके पर अपने हाथों से क्राफ्ट करते हुए स्नेक और अन्य जीव भी बनाए. दिल्ली चिड़ियाघर के डायरेक्टर धर्मदेव राय ने बताया कि जीवों से सुरक्षित रहने के साथ-साथ उनकी सुरक्षा भी बेहद जरूरी है. इसी कड़ी में वर्ल्ड स्नेक डे पर यहां आए सैलानी और छात्रों को सांपों की रक्षा करना और उनसे सुरक्षित रहना, सांप के काटने पर क्या करें, क्या ना करें जैसे तमाम सवालों को लेकर जागरूक किया गया. उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में रेप्टाइल हाउस में 13 प्रजाति के 50 सरीसृप जीव हैं.


ऑनलाइन बुक कर सकते हैं टिकट
दिल्ली के चिड़ियाघर में सैलानियों के लिए ऑनलाइन टिकट व्यवस्था लागू है. जिसमें की सुबह 8:30 से 12:30 तक और दूसरे स्लॉट में 12:30 से 4:30 बजे तक टिकट बुक की जाती है. 5 साल तक के बच्चों की फ्री एंट्री है. जिसके बाद ₹80 प्रति व्यक्ति टिकट प्राइस है. ऑनलाइन टिकट दिल्ली चिड़ियाघर की आधिकारिक वेबसाइट से की जा सकती है.