Delhi Weather Latest News: नये साल की शुरुआत से ठीक एक दिन पहले दिल्ली के अधिकांश हिस्से शीत लहर (Cold Wave) और भीषण ठंड की चपेट में रहे. नये साल के शुरुआती दिनों में सर्दी का सितम और बढ़ने के आसार हैं. भारत मौसम विज्ञान (IMD) विभाग ने शुक्रवार को जारी अपने पूर्वानुमान बताया है कि दिल्ली की वायु गुणवत्ता सूचकांक (Delhi AQI) सुबह 369 एक्यूआई (वायु गुणवत्ता सूचकांक) के साथ 'बहुत खराब' श्रेणी में रही. लोधी रोड की स्थिति प्रदूषण के लिहाज से बहुत खराब श्रेणी में पाई गई. 

आईएमडी ने जताई तापमान गिरने की आशंका आईएमडी के मुताबिक देश की राजधानी दिल्ली सहित पूरा उत्तर भारत अभी पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव में है. खाड़ी क्षेत्र से बहने वाली गर्म नम हवाओं के कारण यहां लोगों को ठंड से अभी राहत नहीं मिली है. हालांकि, मौसम विज्ञानियों ने 31 दिसंबर से राष्ट्रीय राजधानी में न्यूनतम तापमान में एक बार फिर गिरावट शुरू होने का अंदेशा जताया है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक शनिवार यानि एक जनवरी को न्यूनतम तापमान घटकर छह डिग्री सेल्सियस हो जाएगा, जबकि सोमवार को पारा चार डिग्री सेल्सियस तक लुढ़कने के आसार हैं. उसका पूर्वानुमान है कि पहली से पांच जनवरी तक के लिए येलो अलर्ट जारी कर दिया है. दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में घना कोहरा छाये रहने और शीतलहर चलने के आसार हैं. उत्तर पश्चिम भारत में शीत लहर होगी, जिसका असर पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश व दिल्ली में देखने को मिलेगा. 

दिल्ली मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक शुक्रवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान सामान्य से दो अधिक 22.8 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान सामान्य से चार अधिक 10.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ. बीते कई दिनों से न्यूनतम तापमान छह डिग्री से नीचे और अधिकतम तापमान 20 डिग्री के आसपास चल रहा था. दिल्ली के नजफगढ़ इलाके में सबसे अधिक अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ. यहां न्यूनतम तापमान भी 14 डिग्री सेल्सियस रहा.

दिल्ली के प्रमुख मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला में बृहस्पतिवार को न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि बुधवार को यह 6.3 डिग्री सेल्सियस, मंगलवार को 5.6 डिग्री और सोमवार को 5 डिग्री सेल्सियस था. आईएमडी के मुताबिक दिल्ली में शुक्रवार का अधिकतम तापमान 23 डिग्री रहने की संभावना है. यह सामान्य से तीन डिग्री अधिक है.

दिल्ली वाले भीषण ठंड के लिए रहे तैयार मौसम विज्ञानियों ने कहा कि उत्तर-पश्चिम से बहने वाली सर्द हवाओं और कोहरे से धूप की तीव्रता में कमी के कारण उत्तर-पश्चिम भारत में पिछले दिनों में शीत लहर और सामान्य से कम तापमान का दौर देखने को मिला था. पश्चिमी विक्षोभ के कारण 25-26 दिसंबर को पहाड़ों में फिर से बर्फबारी हुई जबकि, पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव खत्म होने के बाद मैदानी इलाके सर्द उत्तर-पश्चिमी हवाओं की गिरफ्त में आ गए. मौसम विज्ञानियों के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ के कारण 25-26 दिसंबर को पहाड़ों में फिर से बर्फबारी हुई जबकि पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव खत्म होने के बाद मैदानी इलाके सर्द उत्तर-पश्चिमी हवाओं की गिरफ्त में आ गए. एक नए पश्चिमी विक्षोभ से उत्पन्न समान परिस्थितियों के कारण दिल्ली को जनवरी की शुरुआत में फिर भीषण ठंड का सामना करना पड़ेगा.

मौसम विभाग के मुताबिक भीषण ठंड का दिन वह होता है जिसमें न्यूनतम तापमान सामान्य से 10 डिग्री सेल्सियस कम या इसके बराबर, जबकि अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री सेल्सियस कम होता है. अत्यधिक ठंडा दिन वह होता है, जिसमें अधिकतम तापमान सामान्य से 6.5 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक कम दर्ज किया जाता है. गंभीर शीत लहर का दौर तब माना जाता है, जब न्यूनतम तापमान दो डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है या सामान्य तापमान से इसका अंतर 6.4 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो जाता है.

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