Delhi Weather Update: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गर्मी के कहर ने इस सीजन में अब तक का एक नया रिकॉर्ड बनाया है. गुरुवार (24 अप्रैल) को अधिकतम तापमान 41.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य औसत से 3.5 डिग्री अधिक है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, यह तापमान मौसम के औसत मानकों से काफी ऊपर है, जो आने वाले दिनों में और अधिक परेशानी पैदा कर सकता है.
आईएमडी ने बताया कि गुरुवार (24 अप्रैल) को न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस रहा, जो मौसम के लिहाज से सामान्य माना जा सकता है. हालांकि दिन में गर्म हवाओं के कारण लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ा. न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार शाम 5:30 बजे आर्द्रता केवल 14 प्रतिशत रही, जिससे वातावरण और भी शुष्क हो गया. ऐसी परिस्थितियों में लू चलने की संभावना बढ़ जाती है.
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
मौसम विभाग ने आगामी 25 और 26 अप्रैल को लू चलने की चेतावनी भी जारी की है. विशेषज्ञों के अनुसार, इस दौरान बच्चों, बुजुर्गों और हृदय या सांस संबंधी समस्याओं से जूझ रहे लोगों को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए. दोपहर के समय अनावश्यक बाहर निकलने से बचना और पर्याप्त मात्रा में पानी पीना जरूरी है.
दिल्ली का AQI बढ़कर हुआ 227- CPCB
इसी के साथ राजधानी की हवा भी चिंता का विषय बनी हुई है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, गुरुवार शाम 7 बजे दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 227 दर्ज किया गया, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है. वायु गुणवत्ता का यह स्तर न केवल सांस संबंधी परेशानियों को बढ़ा सकता है, बल्कि आंखों में जलन और गले में खराश जैसी समस्याएं भी उत्पन्न कर सकता है.
क्या है AQI?
एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) को छह श्रेणियों में बांटा गया है. इसके अनुसार 0 से 50 तक 'अच्छा', 51 से 100 'संतोषजनक', 101 से 200 'मध्यम', 201 से 300 'खराब', 301 से 400 'बहुत खराब' और 401 से 500 'गंभीर' श्रेणी में आता है. ऐसे में 227 का स्तर 'खराब' श्रेणी में आते हुए स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माना जाता है, खासकर संवेदनशील समूहों के लिए.
गर्मी और वायु प्रदूषण के इस दोहरे संकट को देखते हुए विशेषज्ञों ने लोगों से आग्रह किया है कि वे खुद को सुरक्षित रखने के लिए जरूरी उपाय अपनाए. खुले में व्यायाम करने से बचें, बाहर निकलते समय छाता या टोपी का उपयोग करें और शरीर को हाइड्रेट रखें. गौरतलब है कि बीते कुछ सालों से दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई हिस्सों में गर्मी का प्रकोप समय से पहले शुरू हो रहा है, जो जलवायु परिवर्तन के गंभीर संकेत माने जा रहे हैं.