दिल्ली विश्वविद्यालय के पहले भव्य लिटरेचर फेस्टिवल को लेकर कैंपस में उत्साह चरम पर है. आयोजन फरवरी 2026 में होना है और इसे सफल बनाने के लिए कोर कमेटी से लेकर 19 उप-समितियों तक पूरी मशीनरी काम में जुट गई है. साहित्य, मीडिया और सोशल मीडिया जगत की बड़ी हस्तियों की भागीदारी वाला यह उत्सव DU के सांस्कृतिक इतिहास में एक नया अध्याय लिखने की तैयारी में है.
दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा पहली बार आयोजित होने वाले विशाल साहित्य महोत्सव के लिए पहले से गठित कोर कमेटी के साथ 19 उप-समितियां भी सक्रिय मोड में आ चुकी हैं. इन कमेटियों के चेयरपर्सन और कन्वीनरों की बैठक डीयू कल्चर काउंसिल के चेयरपर्सन और लिटरेचर फेस्टिवल के वाइस-चेयरपर्सन एवं कन्वीनर अनूप लाठर की अध्यक्षता में हुई, जिसमें सभी की भूमिकाओं, जिम्मेदारियों, टाइमलाइन और ऑपरेशनल रोडमैप पर विस्तार से चर्चा हुई.
फरवरी 2026 में तीन दिवसीय महोत्सव, थीम होगा ‘राष्ट्र प्रेम’
दिल्ली यूनिवर्सिटी लिटरेचर फेस्टिवल का आयोजन 12 से 14 फरवरी 2026 तक किया जाएगा. कन्वीनर अनूप लाठर ने बताया कि DU के इतिहास में यह पहला साहित्य महोत्सव है, जो कई मायनों में अनूठा होगा. उनकी मानें तो कुलपति प्रो. योगेश सिंह के निर्देशानुसार इस आयोजन का मुख्य केंद्र-बिंदु राष्ट्र प्रेम रहेगा। महोत्सव का आयोजन दिल्ली विश्वविद्यालय, राष्ट्रीय पुस्तक न्यास (NBT) और कई प्रतिष्ठित साहित्यिक संस्थाओं के सहयोग से होगा.
देश की बड़ी साहित्यिक और मीडिया हस्तियां होंगी शामिल
अनूप लाठर ने बताया कि महोत्सव में साहित्य जगत, मीडिया और विभिन्न रचनात्मक क्षेत्रों की मशहूर हस्तियों की उपस्थिति रहेगी. देशभर के नामी लेखक, पत्रकार, मीडिया पेशेवर और लोकप्रिय सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अपने अनुभव साझा करेंगे. कार्यक्रम में पुस्तक विमोचन, पुस्तक चर्चाएं, और विचार-विमर्श की कई आकर्षक श्रृंखलाएं भी आयोजित की जाएगी.
बैठक के दौरान लाठर ने सभी समितियों के चेयरपर्सन और कन्वीनरों से जल्द से जल्द अपनी-अपनी कमेटियों की मीटिंग कर कार्ययोजना तैयार करने को कहा. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जल्द ही कुलपति प्रो. योगेश सिंह की अध्यक्षता में एक विस्तृत समीक्षा बैठक आयोजित की जाएगी. अनूप लाठर ने आयोजन की सफलता के लिए हर सदस्य से सक्रिय भागीदारी की अपील की.