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दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डीयूएसयू) चुनावों को लेकर एनएसयूआई ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की. इस दौरान संगठन ने आगामी चुनावों के लिए अपना घोषणा पत्र और अलग से महिला घोषणा पत्र जारी किया. कार्यक्रम में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव, कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता रागिनी नायक, डीयूएसयू अध्यक्ष रोनक खत्री और एनएसयूआई के अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे.

एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने कहा कि संगठन को चारों पदों पर जीत का भरोसा है. उन्होंने बताया कि एनएसयूआई छात्रों के असली मुद्दों पर चुनाव लड़ रही है और राहुल गांधी के विचारों से प्रेरित होकर संविधान की रक्षा और छात्रों के अधिकारों के लिए काम करने के लिए प्रतिबद्ध है. संगठन का कहना है कि वह दिल्ली विश्वविद्यालय में विविधता, प्रेम और आपसी सम्मान पर आधारित माहौल बनाना चाहता है.

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लवकुश बढ़ाना का नाम किया गया घोषित

इस मौके पर एनएसयूआई ने अपने उम्मीदवारों की सूची भी जारी की. अध्यक्ष पद के लिए जोस्लिन नंदिता चौधरी, उपाध्यक्ष के लिए राहुल झांसला, सचिव पद के लिए कबीर और संयुक्त सचिव के लिए लवकुश बढ़ाना का नाम घोषित किया गया.

घोषणा पत्र में कई अहम वादे किए गए हैं. इसमें फीस वृद्धि को वापस लेने, उच्च शिक्षा को सस्ती बनाने और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के निजीकरण और व्यवसायीकरण के विरोध जैसे मुद्दे शामिल हैं. संगठन ने स्मार्ट क्लासरूम, स्वच्छ शौचालय, मुफ्त वाई-फाई, बेहतर हॉस्टल और पुस्तकालय की सुविधाओं का वादा किया है. महिलाओं के लिए सेमेस्टर में बारह दिन का मासिक धर्म अवकाश देने की बात कही गई है. इसके अलावा परीक्षा पत्र लीक रोकने के लिए पारदर्शी प्रणाली, मानसिक स्वास्थ्य परामर्श केंद्र और लिंग संवेदनशीलता पर कार्यशालाएं आयोजित करने की योजना भी इसमें शामिल है.

परिवहन की सुविधा देने का किया गया है वादा

घोषणा पत्र के अनुसार हरे-भरे और साफ-सुथरे कैंपस के लिए कचरा प्रबंधन और स्थिरता पर ध्यान देने का भी संकल्प लिया गया है. अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्रों के लिए छात्रवृत्तियों और किफायती परिवहन की सुविधा देने का वादा किया गया है.

24×7 आपातकालीन हेल्पलाइन की व्यवस्था है शामिल

महिला घोषणा पत्र में भी कई महत्वपूर्ण मुद्दे रखे गए. इसमें मासिक धर्म अवकाश( Menstruation Leave)स्वास्थ्य जागरूकता अभियान, उत्पीड़न के खिलाफ सख्त कार्रवाई, कानूनी सहायता और 24×7 आपातकालीन हेल्पलाइन की व्यवस्था शामिल है. महिला सुरक्षा के लिए कैंपस में अधिक महिला सुरक्षा कर्मियों की नियुक्ति, बेहतर स्ट्रीट लाइटिंग, सीसीटीवी कैमरे और महिला-विशेष शौचालय की सुविधा का वादा किया गया है. कॉलेजों में सैनिटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन, चेंजिंग रूम और मेडिकल परामर्श केंद्र उपलब्ध कराने की योजना भी इसमें शामिल है.

एनएसयूआई का कहना है कि यह दोहरा घोषणा पत्र छात्रों के हितों को प्राथमिकता देने और विश्वविद्यालय में एक समावेशी, सुरक्षित और प्रगतिशील वातावरण बनाने का प्रयास है. संगठन ने छात्रों से अपील की कि वे डीयूएसयू 2025 चुनाव में एनएसयूआई का समर्थन करें, ताकि छात्र-प्रथम सोच को विश्वविद्यालय की राजनीति में स्थापित किया जा सके.