CUCET 2022: दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने के लिए अब स्टूडेंट्स को सेंट्रल यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (CUCET) देना होगा. पहले की तरह अब कट-ऑफ मार्क्स के आधार पर छात्रों को एडमिशन नहीं मिलेगा. हालांकि सीयूसीईटी के अलावा भी एडमिशन प्रॉसेस में बहुत से बदलाव होंगे, जिनके बारे में छात्रों को जानकारी होनी चाहिए. इनमें से एक बड़ा बदलाव ये है कि छात्रों को स्ट्रीम चेंज करने में परेशानी होगी. उन्होंने जिस विषय से बारहवीं पास की है वे केवल उन्हीं विषयों का एंट्रेंस दे पाएंगे. यही नहीं वे माइनॉरिटी कॉलेज जो पहले अपने खुद के नियमों का पालन करते थे, उन्हें भी अब सीयूसीईटी के आधार पर ही एडमिशन लेने होंगे. ये जान लें कि अभी गाइडलाइंस जारी नहीं हुई हैं.


जानिए क्या हो सकते हैं बदलाव –


अभी एडमिशन गाइडलाइंस का खुलासा नहीं हुआ है लेकिन कुछ मुख्य बातों के विषय में जानकारी दी जा सकती है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक अगर नई गाइडलाइं अप्रूव हो जाती हैं तो क्लास बारहवीं में छात्र ने जो विषय लिए हैं, वह केवल उन्हीं का एंट्रेंस दे सकेगा. जबकि पहले वे स्ट्रीम बदल सकते थे.


इसी प्रकार अगर कोई विषय सीयूसीईटी की सूची में नहीं है जिसमें कैंडिडेट ने बारहवी की है तो वह उससे संबंधित विषय में एंट्रेंस दे सकता है. जैसे बायोकेमिस्ट्री से बारहवीं करने वाला कैंडिडेट बायोलॉजी से एंट्रेंस दे सकता है.


इन कॉलेजों में नहीं बदलेगा एडमिशन का तरीका –


स्कूल ऑफ ओपेन लर्निंग और नॉन-कॉलेजिएट वुमेन्स एजुकेशन बोर्ड में एडमिशन प्रॉसेस में कोई बदलाव नहीं होगा. यहां पहले की ही तरह एडमिशन दिया जाएगा. जबकि विदेशी छात्रों को एडमिशन देने के लिए सीयूसीईटी पद्धति नहीं अपनायी जाएगी. ये भी जान लें कि ये गाइंडलाइंस अभी फाइनल नहीं हुई हैं और इनमें बदलाव संभव है.


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