दिल्ली में मार्च के महीने से ही तपती गर्मी रही है और अप्रैल के महीने में यह गर्मी काफी बढ़ी. इस गर्मी के बीच ही दिल्ली की जनता को अप्रैल के महीने में काफी प्रदूषित हवा मिली. दिल्ली में सात साल बाद अप्रैल का महीना काफी प्रदूषित रहा. दिल्ली में अप्रैल के महीन में खराब हवा का स्तर ये था कि महीने के 30 दिनों में से 28 दिनों तक वायु गुणवत्ता खराब श्रेणी में रही, जबकि दो दिन वायु की गुणवत्ता बेहद खराब रही. दिल्ली में अप्रैल के महीने में इस तरह का प्रदूषण सात सालों बाद देखने को मिला है.

Continues below advertisement

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार इस साल अप्रैल में दिल्ली में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 256 था, जो 2016 के बाद से सबसे खराब है. दिल्ली में अप्रैल के महीने में प्रदूषण बढ़ने की पीछे दिल्ली की लैंडफिल में लगी आग भी है, क्योंकि कई इलाकों में इसकी जहरीली हवा से वायु का स्तर काफी खराब रहा है. हालांकि दिल्ली के लिए हवा खराब होना कोई बड़ी बात नहीं लेकिन वायु प्रदूषण का स्तर मानकों से ज्यादा सर्दियों में रहता है. 

Delhi: दिल्ली में MCD स्कूल की दो बच्चियों से छेड़छाड़, कैंपस में घुसकर जबरन कपड़े उतरवाने का आरोप

Continues below advertisement

दिल्ली में अक्तूबर से फरवरी तक प्रदूषण का स्तर सबसे ज्यादा रहता है और मार्च और अप्रैल में आमतौर पर कम रहता है. हालांकि इस बार दिल्ली की जनता को अप्रैल के महीने में ही खराब हवा में सांस लेना पड़ा है. दिल्ली में पिछले साल अप्रैल में सिर्फ 11 दिन ऐसे थे जब वायु गुणवत्ता का स्तर खराब श्रेणी में रहा था. इसकी तुलना में इस बार के अप्रैल महीने में 28 दिन खराब वायु गुणवत्ता वाले रहे. वहीं साल 2020 में यह महीना सबसे साफ था, साल 2020 के अप्रैल महीने में 16 दिन हवा संतोषजनक श्रेणी में तो 14 दिन मध्यम श्रेणी में रही थी.