दिल्ली में प्रदूषण का स्तर रविवार (7 दिसंबर) को भी 'बहुत खराब' श्रेणी में बना रहा. राजधानी का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 308 दर्ज किया गया. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के ‘समीर’ ऐप के अनुसार, शाम तक शहर के 29 निगरानी केंद्र में वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज किया गया और इनमें बवाना का एक्यूआई (336) सर्वाधिक था.
प्रदूषण में किस क्षेत्र का कितना योगदान?
दिल्ली की वायु गुणवत्ता प्रबंधन के लिए निर्णय सहायता प्रणाली (डीएसएस) के अनुसार, परिवहन क्षेत्र का प्रदूषण में 16.5 प्रतिशत योगदान रहा. इसके बाद दिल्ली और आसपास के औद्योगिक क्षेत्रों का 8.1 प्रतिशत, आवासीय स्रोतों का चार प्रतिशत और निर्माण गतिविधियों का 2.3 प्रतिशत योगदान रहा. एनसीआर के पड़ोसी जिलों में झज्जर का योगदान 13.9 प्रतिशत, रोहतक का 5.2 प्रतिशत, सोनीपत छह प्रतिशत और जींद का 2.5 प्रतिशत योगदान रहा.
दिल्ली में AQI में काफी उतार-चढ़ाव
इस सप्ताह दिल्ली की वायु गुणवत्ता में काफी उतार-चढ़ाव देखा गया. रविवार को एक्यूआई 279, सोमवार को 304, मंगलवार को 372, बुधवार को 342, गुरुवार को 304 और शुक्रवार को 327 रहा. सभी दिन हवा ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि रविवार को अधिकतम तापमान 24.7 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 0.1 डिग्री कम है, जबकि न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो सामान्य से 1.6 डिग्री कम है.
शाम को सापेक्षिक आर्द्रता 71 प्रतिशत और सुबह 92 प्रतिशत रही. सोमवार (08 दिसंबर) के लिए मौसम विभाग ने न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 25 डिग्री सेल्सियस रहने का पूर्वानुमान जताया है.
ऐप के अनुसार, दिल्ली में रविवार सुबह 10 बजे एक्यूआई 302 था और 26 स्टेशनों ने ‘बहुत खराब’ श्रेणी में वायु गुणवत्ता दर्ज की. सीपीसीबी के अनुसार, एक्यूआई 0-50 ‘अच्छा’, 51-100 ‘संतोषजनक’, 101-200 ‘मध्यम’, 201-300 ‘खराब’, 301-400 ‘बहुत खराब’ और 401-500 ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है.