Delhi News: दिल्ली के मुख्य सचिव को एक्सटेंशन मिलने के बाद दिल्ली में एक बार फिर आप और बीजेपी के  बीच आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला चरम पर पहुंच गया है. जहां आम आमदी पार्टी ने बीजेपी पर सीएम अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने की साजिश का आरोप लगाते हुए मैं भी केजरीवाल अभियान की शुरुआत दिल्ली में ही, वहीं दिल्ली बीजेपी के नेताओं ने आप के इस मुहिम को पहले दिन फ्लॉप शो करार दिया. 


आम आदमी पार्टी ने शुक्रवार को दिल्ली में अपना 'मैं भी केजरीवाल' हस्ताक्षर अभियान शुरू किया, जिसमें लोगों से राय मांगी गई कि क्या मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को इस्तीफा दे देना चाहिए या गिरफ्तार होने की स्थिति में जेल से सरकार चलानी चाहिए. हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत दिल्ली के मंत्री गोपाल राय ने की. उन्होंने पूर्वी दिल्ली के लक्ष्मी नगर इलाके में घर-घर जाकर अभियान चलाया. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा लोकसभा चुनाव में हार के डर से केजरीवाल की गिरफ्तारी की साजिश रच रही है.


सीएम को इस्तीफा देने की जरूरत नहीं


गोपाल राय के मुताबिक हमने घर-घर जाकर अभियान चलाया और लोगों से पूछा कि अगर केजरीवाल गिरफ्तार होते हैं तो क्या उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए या जेल से सरकार चलानी चाहिए. जनता का कहना है कि केजरीवाल ने जनता के लिए बहुत काम किया है, इसलिए उन्हें इस्तीफा नहीं बल्कि जेल से सरकार चलानी चाहिए. अगर ऐसी स्थिति आती है तो केजरीवाल को इस्तीफा नहीं देना चाहिए. 1 से 20 दिसंबर तक पार्टी सभी 2,600 मतदान केंद्रों पर घर-घर जाकर प्रचार करेगी और 21 से 24 दिसंबर तक आप सभी 250 वार्डों में सार्वजनिक बैठकें करेगी.


बीजेपी ने आम आदमी द्वारा दिल्ली में शुरू किए गए ‘मैं भी केजरीवाल’ अभियान को फ्लॉप बताते हुए दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार के कार्यकाल के एक्सटेंशन के खिलाफ आप राज्य सभा सांसद राघव चड्ढा द्वारा दिए गए बयान पर सवाल उठाते हुए यह आरोप लगाया है कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल उनसे डरते हैं क्योंकि मुख्य सचिव उनके भ्रष्टाचार के मामलों की जांच कर रहे हैं. भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि आम आदमी पार्टी का ‘मैं भी केजरीवाल’ अभियान फ्लॉप हो गया है और बेकार साबित हुआ है क्योंकि लोग आप नेताओं और कार्यकर्ताओं से जवाबी सवाल पूछ रहे हैं.


दिल्ली वाले जन गए हैं आप का सच


उन्होंने कहा कि लक्ष्मी नगर में जहां मंत्री गोपाल राय ने स्वयं अभियान शुरू किया था, यह मुख्य रूप से आप कार्यकर्ताओं के बीच ही सीमित था. दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि लोगों ने शहर भर में आप कार्यकर्ताओं से शराब घोटालों और जल बोर्ड घोटालों के अलावा सीएम के आलीशान बंगले के निर्माण में भ्रष्टाचार पर सवाल पूछे. डोर टू डोर हस्ताक्षर अभियान को भी कोई समर्थन नहीं मिला और आम लोग ‘मैं भी केजरीवाल’ बनकर आए आप कार्यकर्ताओं से पूछ रहे थे कि केजरीवाल ने भ्रष्टाचार क्यों किया. यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी कि आप का ‘मैं भी केजरीवाल’ अभियान लॉन्च होने के कुछ ही घंटों के भीतर खत्म हो गया है, लेकिन आप नेता क्रिसमस के आसपास केजरीवाल को झूठा सुपर हीरो दिखाने की कोशिश करेंगे, जबकि दिल्लीवासी इसे आगे नहीं बढ़ाएंगे, ना ही कोई राजनीतिक समर्थन देंगे.


मुख्य सचिव के एक्सटेंसन पर सवाल उठाना नई बात नहीं


दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने आप राज्य सभा सांसद राघव चड्ढा की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर पलटवार करते हुए कहा था कि राघव चड्ढा समेत पूरी आम आदमी पार्टी के नेता हताशा और निराशा के दौर से गुजर रहे हैं क्योंकि उनके अतीत के भ्रष्ट कर्म अब उन्हें परेशान कर रहे हैं. आप नेता चड्ढा की प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिल्ली के मुख्य सचिव के एक्सटेंशन पर सवाल उठाना कोई नई बात नहीं थी, इससे पता चलता है कि दिल्ली के सीएम केजरीवाल और आप मुख्य सचिव नरेश कुमार से कितना डरते हैं, जो सीएम केजरीवाल सहित उनके खिलाफ भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद की कई शिकायतों की जांच कर रहे हैं, खासकर उनके आलीशान बंगले की.


दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता ने कटाक्ष करते हुए राघव चड्ढा से सवाल किया कि वह सत्ता में आने के बाद से किसी एक मुख्य सचिव का नाम बताएं, जिनके साथ आप सरकार के अच्छे संबंध रहे हों. दिल्लीवासी अच्छी तरह से जानते हैं कि सीएम केजरीवाल सीएस नरेश कुमार से डरते हैं, क्योंकि वह उनके खिलाफ आधा दर्जन मामलों की जांच कर रहे हैं.


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