दिल्ली पुलिस ने साइबर सेल ने अंतरराज्यीय साइबर ठगी में इस्तेमाल हो रहे म्यूल बैंक खातों का खुलासा करते हुए दो युवकों को गिरफ्तार किया है. जांच में कुल एक लाख आठ हजार की ठगी की रकम तीन अलग-अलग बैंक खातों में ट्रेस की गई है.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक एनसीआरपी पोर्टल से मिले इनपुट के आधार पर संदिग्ध म्यूल खातों की जांच की जा रही थी. इसी दौरान उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक का एक खाता सामने आया जिसमें 19 नवंबर 2025 को 50,000 की संदिग्ध रकम जमा हुई थी. यह रकम बेंगलुरु के एक व्यक्ति से हुई साइबर ठगी का हिस्सा थी, जिसे फर्जी अंतरराष्ट्रीय कस्टम अधिकारी बनकर कॉल किया गया था. पीड़ित से कुल 3.50 लाख की ठगी हुई थी.
दिल्ली पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने किया खुलासा
दिल्ली पुलिस की जांच के दौरान खाताधारक की पहचान मिशु सचदेवा के रूप में हुई, जो ऑनलाइन बीबीए का छात्र है. पूछताछ में उसने बताया कि उसने 15 -20 दिन पहले अकॉउंट खुलवाया था और इसे अपने दोस्त के जरिए राहुल उर्फ हैप्पी नाम के व्यक्ति को पैसों के लालच में दे दिया. मिशु ने यह भी कबूला कि उसने अलग-अलग बैंकों में कुल पांच खाते और पांच सिम कार्ड अपने नाम से खुलवाकर अवैध इस्तेमाल के लिए दिए थे.
पुलिस ने इस मामले में मिशु के साथ उसके दोस्त प्रांशु को भी गिरफ्तार किया है. जो ऑनलाइन बीसीए का छात्र है. जांच में सामने आया कि कोटक महिंद्रा बैंक खाते में 49,500 केनरा बैंक खाते में 9,000 और उत्कर्ष बैंक खाते में 50 हजार की ठगी की रकम आई थी.
दिल्ली पुलिस की मामले में जांच जारी
दिल्ली पुलिस फिलहाल पुलिस मुख्य आरोपी राहुल उर्फ हैप्पी की तलाश में जुटी है और इन खातों से जुड़े अन्य पीड़ितों की भी पहचान की जा रही है. दिल्ली पुलिस के मुताबिक जल्द ही इस मामले में और भी गिरफ्तारी हो सकती है.