राजधानी दिल्ली में एक बड़े नशा तस्कर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए क्राइम ब्रांच ने दो मुख्य सरगनाओं को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने कुल 490 ग्राम हेरोइन जब्त की है जिसकी क़ीमत अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में लाखों में आंकी जा रही है.

नाथू कॉलोनी के नीचे बिछा था जाल, वहीं फंसा 'पीयूष'

क्राइम ब्रांच की एआरएससी टीम को गुप्त सूचना मिली कि पीयूष नाम का युवक, जो हेरोइन सप्लाई करता है, आज एक बड़ी खेप देने वाला है. टीम ने इंस्पेक्टर अरुण सिंधु की अगुवाई में ऑपरेशन चलाया और जगतपुरी एक्सटेंशन स्थित नाथू कॉलोनी अंडरपास के नीचे घेराबंदी की. जैसे ही पीयूष पहुंचा, उसे दबोच लिया गया. तलाशी में उसके पास से 475 ग्राम हेरोइन बरामद हुई.

पूछताछ में पीयूष ने जो राज खोले, उससे पुलिस भी चौंक गई. उसने बताया कि वह यह ज़हर ‘वंदना उर्फ पूजा’ नाम की महिला से लेता था. पुलिस ने 9 अप्रैल को उसे भी नंद नगरी से गिरफ्तार किया. महिला तस्कर ने पूछताछ में कबूल किया कि उसने गाजियाबाद के भोपुरा में किराए का फ्लैट लिया था, ताकि छुपकर दिल्ली में हेरोइन सप्लाई कर सके.

वंदना के घर की तलाशी में 15 ग्राम हेरोइन और एक मोबाइल फोन बरामद हुआ, जो तस्करी में इस्तेमाल होता था. हैरानी की बात यह है कि वंदना पहले भी एक एनडीपीएस केस (FIR No. 45/2025) में गिरफ्तार हो चुकी है.

ग़रीबी और लालच ने बनाया ‘ड्रग डीलर’

पीयूष का जन्म 2004 में उत्तर प्रदेश के आगरा में हुआ था. पिता के देहांत के बाद वह मजदूरी करता था, लेकिन पैसे की तंगी और जल्द अमीर बनने की लालसा ने उसे गलत रास्ते पर धकेल दिया. वहीं वंदना, जो कभी सड़कों पर कपड़े बेचती थी, उसने भी नशे के काले कारोबार को पैसा कमाने का आसान जरिया मान लिया. 

दोनों आरोपियों ने पूछताछ में अपने अन्य साथियों के नाम बताए हैं जो अभी फरार हैं. दिल्ली पुलिस का कहना है कि पूरे गिरोह को पकड़ने के लिए कई जगह छापेमारी चल रही है.