Delhi Police: दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा (AHTU) ने एक अंतरिम जमानत से फरार घोषित अपराधी को गिरफ्तार कर सनसनीखेज हत्या के एक पुराने मामले का पर्दाफाश कर दिया है. यह गिरफ्तारी हरियाणा के पानीपत स्थित बिड़ला ओपस पेंट रिफाइनरी से की गई है, जहां आरोपी ट्रक चला रहा था और अपनी पहचान छुपा कर रह रहा था. गिरफ्तार आरोपी सोनू उर्फ चिकू उर्फ मनोज निवासी गोपाल नगर, नजफगढ़, दिल्ली वर्ष 2016 में हुई एक जघन्य हत्या में मुख्य आरोपी है.
कंझावला थाना क्षेत्र में एक सिरकटी और निर्वस्त्र लाश मिलने से सनसनी फैल गई थी. मृतक की पहचान अनिल उर्फ मोनू के रूप में हुई थी. जांच में सामने आया कि आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर अनिल की गोली मारकर हत्या की, फिर उसकी पहचान छुपाने के लिए सिर काट कर अलग नाले में फेंक दिया.
जमानत ली, लेकिन फिर हो गया फरारवर्ष 2020 में आरोपी को अपने कैंसर पीड़ित पिता के इलाज के लिए अदालत से 30 दिन की अंतरिम जमानत मिली थी, लेकिन उसने समय रहते सरेंडर नहीं किया और फरार हो गया. अदालत ने उसे घोषित अपराधी करार दे दिया था.
ट्रक ड्राइवर बन छिप रहा था आरोपीआरोपी लगातार अपना ठिकाना बदल रहा था और ट्रक ड्राइवर बनकर विभिन्न राज्यों में छुपा हुआ था. अपराध शाखा की टीम ने तकनीकी निगरानी और खुफिया जानकारी के माध्यम से आरोपी का पीछा शुरू किया और आखिरकार लगभग 600 किलोमीटर पीछा करने के बाद पानीपत से उसे गिरफ्तार कर लिया.
विवाद बना था हत्या की वजहजानकारी के अनुसार, हत्या से करीब तीन महीने पहले अनिल और आरोपी सोनू के बीच किसी मामूली बात पर झगड़ा हुआ था, जिसमें अनिल ने आरोपी की पिटाई कर दी थी. इसी का बदला लेने के लिए सोनू ने अपने साथियों पंकज और सोमबीर के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची.
क्राइम ब्रांच की टीम ने रचा जालइस गिरफ्तारी को इंस्पेक्टर मनोज दहिया के नेतृत्व में बनाई टीम ने अंजाम दिया. टीम ने आरोपी को पकड़ने के लिए न केवल तकनीकी सहायता ली, बल्कि गुप्त सूचनाओं पर काम करते हुए उसकी हर गतिविधि पर नजर रखी. आरोपी को अब संबंधित धाराओं में गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया है और आगे की जांच जारी है.
ये भी पढ़ें: MP: छिंदवाड़ा में एक साथ नजर आए बंटी साहू और नकुलनाथ, पादुका पूजन के बाद जगद्गुरु शंकराचार्य से लिया आशीर्वाद