दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की साइबर सेल ने ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों साहिल यादव, आर्यन और आशीष कुमार उर्फ जैक को गिरफ्तार किया है. यह पूरा नेटवर्क एक चीनी मास्टरमाइंड टॉम के इशारे पर काम कर रहा था.
दिल्ली पुलिस के मुतबिक शिकायतकर्ता एक चार्टर्ड अकाउंटेंट है जिसे टेलीग्राम ग्रुप के जरिए बाई डे सेल टूमौरो और IPO स्कीम के नाम पर निवेश करने के लिए फंसाया गया. आरोपी उसे झूठे मुनाफे का झांसा देकर दो महीनों में करीब 47,23,015 रुपये ठग ले गए.
फर्जी कंपनी के खाते में जमा की गई रकम
पैसा stock duro caspitall.com नाम की फर्जी वेबसाइट के माध्यम से अलग-अलग खातों में जमा कराया गया. जब पीड़ित ने पैसा निकालने की कोशिश की तो आरोपियों ने धमकाकर और रकम मांगी. दिल्ली पुलिस की जांच में सामने आया कि करीब 31 लाख की रकम Bubai Instant Shop OPC Pvt. Ltd. नाम की फर्जी कंपनी के खाते में ट्रांसफर की गई थी.
इस कंपनी का संचालन साहिल यादव और आर्यन कर रहे थे. जबकि आशीष कुमार उर्फ जैक पूरे नेटवर्क का मुख्य संचालक था. इनके माध्यम से सात बैंक खातों के जरिए ठगी की रकम घुमाई जा रही थी.
दिल्ली पुलिस की अहम कार्रवाई
दिल्ली पुलिस टीम ने तकनीकी जांच के आधार पर आरोपियों की लोकेशन ग्रेटर नोएडा में ट्रेस की और छापेमारी कर तीनों को गिरफ्तार किया. पूछताछ में पता चला कि चीनी नागरिक टॉम ने इन्हें दिसंबर 2024 में टेलीग्राम के जरिए जोड़ा था और हर करोड़ रुपये के लेन-देन पर एक से डेढ़ प्रतिशत कमीशन देने का वादा किया था.
मुख्य आरोपी आशीष पहले भी साइबर ठगी के एक मामले में भोपाल से गिरफ्तार हो चुका है. पुलिस अब अन्य सहयोगियों और विदेश में बैठे मास्टरमाइंड टॉम की तलाश कर रही है.