दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने अवैध एजेंसी चलाने वाले एक बड़े गैंग का पर्दाफाश किया है. इस कार्रवाई में गैंग के मास्टरमाइंड इमरान खान को गिरफ्तार किया गया है. दिल्ली पुलिस की कार्रवाई के दौरान उसके कब्जे से 148 पासपोर्ट जिनमें से 145 भारतीय हैं और तीन नेपाली और कई आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए हैं.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक इमरान खान आई के मैनपावर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड नाम की एजेंसी चला रहा था. जो बिना किसी सरकारी अनुमति के लोगों को खाड़ी देशों सऊदी अरब, यूएई कतर, कुवैत ,बहरीन, ओमान, ईरान और इराक में नौकरी दिलाने का झांसा देकर लोगों ठग रहा था.
शिकायत मिलने पर दिल्ली पुलिस ने मामले में जांच शुरू की. पीड़िता ने बताया कि उसने 75 हजार रुपये एजेंसी को दिए थे, लेकिन उसे कुवैत में छोड़ दिया गया, जहां भारतीय दूतावास की मदद से उसकी वापसी हो पाई.
पुलिस ने आरोपी को किया अरेस्ट
दिल्ली पुलिस ने लोगों के साथ बड़े स्तर पर ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफ़ाश करने के लिए एक टीम का गठन किया. पुलिस टीम ने नांगली जलीब, जनकपुरी ईस्ट मेट्रो स्टेशन के पास स्थित कार्यालय पर छापा मारा गया. छापेमारी के दौरान आरोपी इमरान खान नौ टेली कॉलिंग के साथ अवैध गतिविधि संचालित करता मिला.
पुलिस पूछताछ में इमरान ने स्वीकार किया कि वह सोशल मीडिया पर विज्ञापन डालकर बेरोजगार युवाओं को विदेश में ऊंची सैलरी वाली नौकरियों का सपना दिखाया था. शुरुआती बातचीत टेली कॉलर संभालते थे, जिसके बाद पीड़ित सीधे इमरान के झांसे में फंस जाते थे. पुलिस को शक है कि यह नेटवर्क बड़ा है और कई अन्य लोग भी इसमें शामिल हैं.
दिल्ली पुलिस की जांच जारी
दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. आरोपी पर पासपोर्ट अधिनियम की धारा 12, प्रवासन अधिनियम 1983 की धारा 24 और बीएनएस की धारा 303 के तहत मुकदमा चलाया जाएगा. अब तक बरामद पासपोर्ट धारकों की पहचान की जा रही है और पैसों की लेन-देन की जांच जारी है.