Delhi Crime News: दिल्ली में अपराध की दुनिया से जुड़ी एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. स्पेशल सेल की ने दो ऐसे अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जिनके नाम से दिल्ली-एनसीआर से लेकर पश्चिमी यूपी तक दहशत का माहौल बना हुआ था. ये दोनों न सिर्फ लूट के उस्ताद थे, बल्कि हथियारों की तस्करी और हत्या के प्रयास जैसे संगीन जुर्मों में भी लंबे समय से वांटेड चल रहे थे.
गुप्त सूचना पर फिल्मी अंदाज में हुई गिरफ्तारी
30 मार्च की रात, लक्ष्मी नगर के पुस्ता रोड स्थित फुटओवर ब्रिज के नीचे जब पुलिस टीम ने घेराबंदी की तो दोनों आरोपियों को पकड़ने के लिए पूरा इलाका छावनी में तब्दील हो गया. चेकिंग के दौरान दोनों के पास से दो 32 बोर की देसी पिस्तौलें और छह जिंदा कारतूस बरामद हुए.
कौन हैं ये अपराधी ?
1. आसिफ उर्फ अमन उर्फ भूरा - दिल्ली के गौतम पुरी का रहने वाला, 15 बार जेल जा चुका है.
2. आश मोहम्मद उर्फ आशु - मेरठ के दौराला गांव का निवासी, कई बार यूपी और दिल्ली में गिरफ्तार हो चुका है.
कहानी किसी गैंगस्टर फिल्म से कम नहीं
स्पेशल सेल के अनुसार, आसिफ के खिलाफ दिल्ली में हत्या के प्रयास, लूट, आर्म्स एक्ट जैसे मामलों में दर्जनों एफआईआर हैं. वह पहले से उद्घोषित अपराधी है और और उस पर कई गैर-जमानती वारंट भी जारी किए जा चुके हैं. उसकी आपराधिक यात्रा वर्ष 2018 में फायरिंग की एक घटना से शुरू हुई थी, जो हाल ही में 2025 में जेल के भीतर सर्जिकल ब्लेड से हमले तक पहुंच चुकी है.
उधर आश मोहम्मद की क्राइम फाइल भी कुछ कम नहीं. यूपी गैंगस्टर एक्ट से लेकर डकैती तक, उसकी पूरी जिंदगी जुर्म की दलदल में धंसी रही है. 2019 में दिल्ली के एक व्यापारी से लूट के वक्त वह पुलिस की गिरफ्त में आया था.
दिल्ली में फिर से खौफ फैलाने की थी तैयारी
सूत्रों के मुताबिक, दोनों हाल ही में जेल से छूटे थे और अपने पुराने गैंग के सदस्यों के संपर्क में आकर एक बड़ी लूट को अंजाम देने की तैयारी में थे. लेकिन, दिल्ली पुलिस की मुस्तैदी ने उन्हें समय रहते सलाखों के पीछे पहुंचा दिया.
फिलहाल, पुलिस दोनों आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है. जांच एजेंसियों को उम्मीद है कि पूछताछ के दौरान इनके आपराधिक नेटवर्क से जुड़े और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं.
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