दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शाहदरा इलाके में हुई ज्वेलरी शॉप में लूटपाट करने वाले गैंग का पर्दाफाश करते हुए 3 बदमाशों को अरेस्ट किया है. पुलिस के मुताबिक, यह घटना 15 सितंबर को हुई थी, जब दिन-दहाड़े 2 युवक पुलिसकर्मी बनकर एक ज्वेलरी शॉप में घुसे और वहां से 20 लाख रुपए नगद और डेढ़ किलो सोना लूटकर फरार हो गए थे.
दिल्ली पुलिस ने इस मामले का खुलासा करने के लिए दो टीमों का गठन किया. पुलिस की एक टीम ने दुकान में काम करने वाले कर्मचारी विकास केदार को जयपुर से अरेस्ट किया. पुलिस की पूछताछ में, पहले तो उसने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की.
दुकान कर्मचारी विकास ने दोस्तों को लूट की जानकारी दी
लेकिन जब दिल्ली पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की, तो उसने यह मान लिया कि लूट की साजिश उसी ने रची थी. दिल्ली पुलिस की दूसरी टीम ने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस से दो मोबाइल नंबर ट्रेस किए, जो वारदात के समय दिल्ली में एक्टिव थे. इनका लोकेशन बाद में महाराष्ट्र के सांगली डिस्ट्रिक्ट में मिला.
वहां छापेमारी कर पुलिस ने प्रशांत राजकुमार कदम और शुभम राजाराम कांबले नाम के दो आरोपियों को अरेस्ट किया. दिल्ली पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि विकास, जो दुकान में एक साल से नौकरी कर रहा था, अपने दोस्तों को दुकान में मौजूद नकदी और सोने-चांदी की जानकारी देता था.
पुलिस की वर्दी पहन कर लूट को अंजाम
विकास ने पुलिस की वर्दी पहन कर लूट को अंजाम देने का सुझाव दिया, जिससे दुकान में काम करने वाला कोई कर्मचारी विरोध न कर सके. 15 सितंबर को, जैसे ही दुकान के मालिक शंकर पुजारी लंच के लिए बाहर निकले, प्रशांत और शुभम पुलिसकर्मी बनकर दुकान में घुसे और कर्मचारियों को धमकाकर 12 लाख से ज्यादा नकद, सोना और चांदी लूट ले गए.
इसके बाद तीनों आरोपी फरार हो गए, और विकास ने खुद को अगवा दिखाकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की. दिल्ली पुलिस पुलिस ने आरोपियों के पास से करीब 11 लाख नकद , 1.4 किलो सोना, 2.8 किलो चांदी और दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं.
दिल्ली पुलिस की जांच जारी
दिल्ली पुलिस के मुताबिक विकास केदार दुकान का कर्मचारी, पिता की बीमारी और पैसों की चाहत में अपराध में शामिल हुआ. प्रशांत कदम पुलिस में भर्ती होना चाहता था, लेकिन असफल रहा. उस पर पहले भी हत्या के प्रयास और दंगे का मामला दर्ज हो चुका है.
शुभम कांबले प्रशांत का बचपन का दोस्त, वर्तमान में सांगली में सुरक्षा गार्ड की नौकरी करता था. पुलिस के मुताबिक, आरोपियों से और पूछताछ की जा रही है, और यह जांच की जा रही है कि कहीं इनके अन्य आपराधिक नेटवर्क तो नहीं हैं. वहीं, दिल्ली पुलिस यह भी पता लगा रही है कि इन लोगों ने इसी तरह और भी वारदातों को अंजाम तो नहीं दिया है.