दिल्ली पुलिस ने कोलकता से साइबर ठग को किया गिरफ्तार, फर्जी बैंक अकाउंट दिलाकर लगाते थे चूना
Delhi Police arrested Cyber Thug: दिल्ली पुलिस ने साइबर ठगी के बड़े मामले का पर्दाफाश कर 10 लाख रुपये की ठगी में शामिल आरोपी को कोलकाता से गिरफ्तार किया है. मामले में जांच जारी है.

Delhi Cyber Fraud Case: बढ़ते ऑनलाइन फ्रॉड के मामलों के बीच दिल्ली पुलिस की साइबर टीम ने एक बड़े साइबर ठगी के मामले का पर्दाफाश किया है. दक्षिण-पूर्व जिले की साइबर पुलिस ने कोलकाता से एक ऐसे आरोपी को गिरफ्तार किया है, जो फर्जी बैंक खाते उपलब्ध कराकर ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह का हिस्सा था.
पिता के खाते से हुए थे संदिग्ध ट्रांजेक्शन
DCP साउथ ईस्ट ने बताया कि 18 नवंबर 2024 को शिकायतकर्ता अपूर्व सिसोदिया ने साइबर थाना, दक्षिण-पूर्व जिला में शिकायत दर्ज कराई थी. उन्होंने बताया कि उनके पिता के बैंक खाते से 10 लाख रुपये के 5 संदिग्ध ऑनलाइन ट्रांजेक्शन किए गए, जिनमें हर राशि 2 लाख रुपये थी. इस आधार पर पुलिस ने FIR संख्या 75/24, धारा 318(4) BNS के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी.
जांच के लिए बनाई गई थी विशेष टीम
DCP के मुताबिक मामले की गंभीरता को देखते हुए साइबर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर राजकुमार सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई, जिसमें SI मंज़ूर आलम, HC सत्येंद्र कुमार और कॉन्स्टेबल रोहित यादव शामिल थे. इस टीम ने ACP (ऑप्स) दलिप सिंह और DCP (दक्षिण-पूर्व जिला) रवि कुमार सिंह के निर्देशन में जांच को आगे बढ़ाया. जिसके बाद पुलिस ने उन बैंक खातों की गहराई से जांच की, जिनमें ठगी की रकम ट्रांसफर हुई थी. कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर), जीमेल आईडी और संदिग्ध मोबाइल नंबरों की लोकेशन ट्रेस करने के बाद पुलिस को कोलकाता में आरोपी की मौजूदगी का सुराग मिला.
कोलकाता में दबिश, शातिर ठग गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस की टीम ने वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर पश्चिम बंगाल के कुख्यात साइबर अपराध क्षेत्र मटियाब्रुज, कोलकाता में दबिश दी. यहां से मोहम्मद वसीम (37 वर्ष, निवासी अकरा रोड, कोलकाता) को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने उसके पास से एक मोबाइल फोन और एक सिम कार्ड बरामद किया है.
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने ठगी के लिए इस्तेमाल किए गए बैंक खाते को चमन आरा नाम की महिला के नाम पर खुलवाया था. उसने महिला को झांसा दिया था कि यह खाता लोन अप्रूवल के लिए जरूरी है. खाता खुलवाने के बाद उसने पूरी बैंक किट अपने एक अन्य साथी को सौंप दी, जो फिलहाल फरार है. बदले में उसे कमीशन दिया गया था. फिलहाल पुलिस अब आरोपी के फरार साथी की तलाश में जुटी है. साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि इस गैंग ने अब तक कितने लोगों को ठगी का शिकार बनाया है. दिल्ली पुलिस ने नागरिकों से भी अपील की है कि वे ऑनलाइन लेन-देन करते समय सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत रिपोर्ट करें.
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Source: IOCL





















