नवरात्रि मौके पर दिल्ली के जंगपुरा से बीजेपी विधायक तरविंदर सिंह मारवाह एक बार फिर नॉन वेज रेस्टोरेंट बंद कराने पहुंचे. विधायक मारवाह के आह्वान की वजह से जंगपुरा के भोगल में स्थित ज्यादातर नॉन वेज रेस्टोरेंट और मीट शॉप बंद थी, लेकिन इलाके में खुले दो रेस्टोरेंट्स को विधायक मारवाह ने कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर अपने सामने शटर डाउन कराया और ताला लगवाया.
इसके साथ ही एबीपी न्यूज़ से एक्सक्लूसिव बातचीत में विधायक तरविंदर सिंह मारवाह ने जानकारी दी की वो दिल्ली विधानसभा के अगले सत्र में नॉन वेज दुकानें और मीट की दुकानों को कावड़ और नवरात्रि के दौरान बंद करवाने के लिए प्राइवेट मेंबर बिल लाएंगे.
दरअसल, विधायक मारवाह ने पहले कावड़ यात्रा और अब नवरात्रि के दौरान दिल्ली सरकार को पत्र लिखकर मीट और नॉन वेज की दुकानों को बंद करने की मांग की थी लेकिन जब सरकार की ओर से कोई आदेश नहीं आया तो विधायक तरविंदर मारवाह से ख़ुद अभियान शुरू कर दिया और रोजाना दल-बल के साथ दुकानों और रेस्टोरेंट्स को बंद कराने निकल पड़ते हैं.
बिल में क्या करेंगे मांग?
प्राइवेट मेंबर बिल में मांग करेंगे कि साल में दोनों बार पड़ने वाली नवरात्रि और कावड़ यात्रा के दौरान पूरी दिल्ली में मीट की दुकानें और नॉन वेज रेस्टोरेंट बंद रहें.
'लोग सम्मान करते हैं, इसलिए बंद हैं दुकानें'
फिलहाल जंगपुरा इलाके में ज्यादातर मीट की दुकानें और रेस्टोरेंट्स बंद हैं जो खुले हैं, उन्हें विधायक और कार्यकर्ताओं के दबाव में शटर डाउन करना पड़ रहा है, हालांकि विधायक तरविंदर मारवाह के मुताबिक ये डर नहीं बल्कि लोग उनका सम्मान करते हैं, इसलिए उनकी अपील को मानते हैं, वो तो बस नॉन वेज रेस्टोरेंट संचालकों से अपील करते हैं कि नॉन वेज दुकानें नवरात्रि तक बंद रखें. इसी वजह से आज जंगपुरा की 85 फीसदी नॉन वेज रेस्टोरेंट बंद हैं और जो खुले उन्हें ख़ुद मारवाह जाकर बंद करवा रहे हैं.