दिल्ली के हज़रत निज़ामुद्दीन इलाके में मामूली कहासुनी से शुरू हुई बहस उस वक्त जानलेवा बन गयी, जब नशे की हालत में चार युवकों की एक शख्स के साथ झड़प हो गयी. इस झड़प की कीमत एक निर्दोष को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी. पेशाब करने को लेकर शुरू हुआ तकरार मिनटों में गंभीर झगड़े में बदल गया औऱ 27 वर्षीय कार सवार कुलदीप की बेरहमी से हत्या कर दी गई.
हत्या की यह सनसनीखेज वारदात पूरी तरह ब्लाइंड थी. न कोई चश्मदीद और न ही कोई सीधा सुराग. बावजूद इसके दिल्ली पुलिस ने महज 24 घंटों के भीतर ही इस सनसनीखेज हत्या की गुत्थी को सुलझाते हुए 3 नाबालिग समेत कुल चार आरोपियों को दबोच लिया. उनके कब्जे से पुलिस ने मृतक की चोरी हुई कार, वारदात के वक्त पहने खून से सने कपड़े और हत्या में इस्तेमाल चाकू को बरामद किया है. इस मामले में गिरफ्तार आरोपी की पहचान, इमरान उर्फ पनवाड़ी (19) के रूप में हुई है.
बारापुला के नीचे मिली लाश ने हिलाया पुलिस महकमा
पुलिस अधिकारी से मिली जानकारी के मुताबिक, 3 दिसंबर की सुबह पुलिस को PCR कॉल से सूचना मिली कि बरापुला फ्लाईओवर के नीचे एक युवक का शव पड़ा है. मौके पर पहुंची टीम ने जांच शुरू की और मृतक की पहचान यूपी के अयोध्या के रहने वाले कुलदीप उर्फ राम सिंह के रूप में की. मामले की गंभीरता को देखते हुए हज़रत निज़ामुद्दीन थाने में हत्या की धाराओं में मामला दर्ज किया गया. चूंकि यह पूरी तरह ‘ब्लाइंड केस’ था, इसलिए तुरंत स्पेशल स्टाफ, एसटीएफ, नारकोटिक्स स्क्वाड और सराय काले खां चौकी पुलिसकर्मियों की एक संयुक्त टीम का गठन किया गया.
500 CCTV कैमरों की स्कैनिंग से मिला पहला बड़ा सुराग
संयुक्त टीम ने इलाके के 500 से अधिक CCTV फुटेज खंगाले. इसी दौरान भोगल स्थित जैन मंदिर के पास एक सार्वजनिक शौचालय की CCTV फुटेज में एक संदिग्ध गतिविधि दिखी. इसी फुटेज ने केस को नई दिशा दी. फुटेज में नजर आए संदिग्धों की तकनीकी निगरानी और मानवीय बुद्धिमत्ता से पुलिस संदिग्धों की पहचान करने में कामयाब हुई. जिसके बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी इमरान उर्फ पनवाड़ी (19) और उंसके तीन नाबालिग साथियों को दबोच लिया. इमरान पहले भी स्नैचिंग और चोरी के तीन मामलों में शामिल रहा है और इस हत्या का मुख्य आरोपी निकला.
नशे में चूर चार दोस्तों ने मिलकर दिया वारदात को अंजाम
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि चारों आरोपी इमरान का जन्मदिन मना कर इंडिया गेट की तरफ जा रहे थे. भोगल इलाके में जब उन्होंने कुलदीप को कार के पास पेशाब करते देखा, तो बात-बात में बहस छिड़ गई. नशे की हालत में आरोपियों ने गुस्से में आकर कुलदीप पर हमला कर दिया और उसे मौत के घाट उतारकर उसकी कार लेकर फरार हो गए.