Delhi News: दिल्ली के साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट में अप्रैल 2025 की एक सुबह, सागरपुर और नेब सराय थाने में हड़कंप मच गया. तीन नाबालिग लड़कियां गायब हो गईं थीं. उनके माता-पिता थाने पहुंचे, रोते-बिलखते हुए, और पुलिस के पास कोई सुराग नहीं था. क्या यह कोई साजिश थी, या फिर मामला कुछ और था? पुलिस की मुश्किलें बढ़ गईं, और सवाल उठने लगे कि कहीं ये घटनाएं आपस में जुड़ी तो नहीं हैं?
लड़कियों की गुमशुदगी का रहस्य गहराया
16 अप्रैल को सागरपुर में 17 साल की लड़की के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज हुई. AHTU टीम ने लड़की की फोटो बांटी और 23 अप्रैल को न्यू दिल्ली रेलवे स्टेशन से उसे सुरक्षित ढूंढ लिया. 20 अप्रैल को नेब सराय में दूसरी लड़की और तीसरी लड़की गायब हो गईं. पुलिस ने CCTV और CDR की मदद से उनकी लोकेशन ट्रेस की, और 21-22 अप्रैल को वे बरेली मोड़ और शाहजहांपुर में थीं. टीम ने सब सुराग जोड़कर उनका पता लगा लिया.
तीनों लड़कियों की घर वापसी
शाहजहांपुर में RPF ने दूसरी और तीसरी लड़की के बीच झगड़े के बाद दोनों को ढूंढ निकाला. दूसरी लड़की को ओल्ड दिल्ली रेलवे स्टेशन से और तीसरी को कश्मीरी गेट बस स्टैंड से ट्रेस किया गया. तीनों नाबालिग लड़कियां अपने परिवारों से मिल गईं. 'ऑपरेशन मिलाप' के तहत सभी को सुरक्षित घर भेजा गया. पूछताछ में पता चला कि दूसरी और तीसरी दोस्त से मिलने के लिए घर से भागी थीं, जबकि पहली लड़की की कहानी अभी भी रहस्य है, लेकिन उसकी सलामती सबसे बड़ी जीत रही.