9 अगस्त को पूरे देश में रक्षाबंधन का त्यौहार धूमधाम से मनाया गया. वहीं यह दिन दिल्ली मेट्रो के लिए भी काफी खास रहा. रक्षाबंधन से एक दिन पहले 8 अगस्त 2025 को दिल्ली मेट्रो ने अपनी अब तक की सबसे बड़ी डेली राइडरशिप दर्ज की. दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) के मुताबिक, इस दिन सभी कॉरिडोर मिलाकर कुल 81.87 लाख पैसेंजर जर्नी हुईं, जो एक नया रिकॉर्ड है.
त्योहार के कारण यात्रियों की संख्या में अचानक बढ़ोतरी देखी गई, जिसके लिए DMRC ने उसी दिन 92 अतिरिक्त ट्रिप चलाईं और अगले दिन, यानी रक्षाबंधन पर, 455 अतिरिक्त ट्रिप का संचालन किया.
रक्षाबंधन पर DMRC ने किए खास इंतजाम
रक्षाबंधन के मौके पर बढ़ी भीड़ को संभालने के लिए डीएमआरसी ने विशेष इंतजाम किए थे. 8 अगस्त को 92 अतिरिक्त ट्रिप चलाई गईं. 9 अगस्त को 455 अतिरिक्त ट्रिप का संचालन किया गया. अधिक कैरिंग कैपेसिटी और समय की पाबंदी बनाए रखने पर जोर दिया गया. डीएमआरसी के एक अधिकारी के अनुसार, यह रिकॉर्ड दिल्ली-एनसीआर में मेट्रो की रिलायबिलिटी, पंक्चुअलिटी और सीमलेस कनेक्टिविटी पर यात्रियों के भरोसे को दर्शाता है.
पुराने रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा
इससे पहले का उच्चतम राइडरशिप रिकॉर्ड 18 नवंबर 2024 को बना था, जब 78.67 लाख पैसेंजर जर्नी दर्ज की गई थीं. एनडीटीवी के अनुसार, इसके अलावा 20 अगस्त 2024 को 77.48 लाख और 13 फरवरी 2024 को 71.09 लाख यात्राएं दर्ज हुई थीं. त्योहारों और भीड़भाड़ वाले मौकों पर मेट्रो का उपयोग लगातार बढ़ रहा है.
क्यों बढ़ जाती है मेट्रो में भीड़?
त्योहारी सीजन में लोग ट्रैफिक जाम से बचने और समय पर गंतव्य तक पहुंचने के लिए मेट्रो को प्राथमिकता देते हैं. 8 अगस्त को दिल्ली-एनसीआर की सड़कों पर लंबा जाम था, जिससे बचने के लिए मेट्रो सबसे सुविधाजनक विकल्प रही। यह न केवल समय बचाती है बल्कि आरामदायक और सुरक्षित सफर भी सुनिश्चित करती है. रक्षाबंधन जैसे मौकों पर घर जाने, खरीदारी करने और रिश्तेदारों से मिलने के लिए मेट्रो की लोकप्रियता और भी बढ़ जाती है.