दिल्ली नगर निगम चुनाव (Delhi Municipal Corporation Election) के दौरान आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Patry) के नेताओं की मंदिर में एंट्री पर रोक को लेकर पोस्टर लगाए गए हैं. पश्चिमी दिल्ली के कई मंदिरों के बाहर लगे पोस्टर पर सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के प्रवेश को तब तक के लिए वर्जित बताया गया है, जब तक वे मंदिर के पुजारी और सहयोगियों को तनख्वाह नहीं दे देते.
मंदिर प्रशासन की ओर से लगे पोस्टरों में यह कहा गया है कि जिस तरह मस्जिद के मौलवी को दिल्ली सरकार की तरफ से धनराशि मुहैया कराई जाती है, उसी तरह मंदिर के पुजारी को भी हर महीने तनख्वाह दी जाए. मंदिर प्रशासन का कहना है कि संविधान में सभी धर्मो के लिए बराबर का अधिकार संरक्षित है. चर्चा में बने यह पोस्टर ज्यादातर बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा के संसदीय क्षेत्र पश्चिमी दिल्ली के राजौरी गार्डन, सुभाष नगर, तिलक नगर,,नजफगढ़, उत्तम नगर में देखने को मिल रहा है.
पोस्टर में सीएम केजरीवाल के नाम लिखा है ये संदेशइन मंदिरों के बाहर सीएम केजरीवाल के नाम एक संदेश पोस्टर पर लिखा है, "मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आप हर महीने मस्जिद के मौलवियों को 42,000 रुपये तनख्वा देते हैं, वैसे ही हमारे मंदिर के पुजारी और सहयोगियों को भी इस महीने तनख्वाह दो, तब तक अरविंद केजरीवाल का या आप पार्टी के किसी भी नेता का मंदिर में घुसना मना है."
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बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने किया समर्थनवहीं पश्चिमी दिल्ली के कई मंदिरों के बाहर लगे इस पोस्टर को लेकर सियासत भी शुरू हो चुकी है. बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा की ओर से सोशल मीडिया पर इस पोस्टर के समर्थन में पोस्ट किया गया है. इसमें मंदिर के फोटो को ट्वीट कर उन्होंने लिखा है, "जब तक तनख्वाह नहीं, तब तक प्रवेश नहीं. दिल्ली के कई मंदिरों और गुरुद्वारों ने सीएम केजरीवाल के तुष्टीकरण के खिलाफ मुहिम छेड़ दी है." इसके बाद पश्चिमी दिल्ली के कई मंदिरों के बाहर मंदिर प्रशासन की ओर से ऐसे पोस्टर लगाए गए हैं.
तेजिंदर पाल सिंह बग्गा बोले- हमने लोगों से की थी अपीलवहीं बीजेपी नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत के दौरान कहा, "यह दिल्ली के टैक्सपेयर का पैसा है. दिल्ली सरकार कहती है कि संविधान सेकुलर है तो सिर्फ एक धर्म के लोगों को पैसा कैसे दिया जा सकता है या तो सबको दिया जाए, नहीं तो किसी को भी नहीं. इसलिए हमने लोगों से अपील की थी कि सीएम केजरीवाल को चिट्ठी लिखा जाए कि मंदिर-गुरुद्वारों को हर महीने धनराशि दी जाए. अगर 3 दिन के अंदर इस मामले पर वह नहीं सुनते हैं तो दिल्ली के मंदिरों और गुरुद्वारों के बाहर यह पोस्टर लगा दो कि सीएम केजरीवाल और उनके कार्यकर्ताओं की एंट्री बंद है."