दिल्ली MCD उपचुनाव में बीजेपी को 7 सीटों पर जीत मिली जबकि आम आदमी पार्टी ने 3 सीटों पर कब्जा बरकरार रखा है. बीजेपी की सीटें 9 से घटकर 7 हुई हैं. जिन 12 सीटों पर उपचुनाव हुआ था, उनमें से पहले 9 सीटें बीजेपी के पास थीं. इस बीच AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दावा करते हुए कहा कि दिल्ली का जनसमर्थन लगातार उनकी पार्टी की तरफ मजबूत हो रहा है. उन्होंने कहा कि 10 महीने में ही जनता का भरोसा 'आप' की तरफ लौट रहा है.

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अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ''निगम उपचुनाव में इस बार आम आदमी पार्टी ने अपने समर्पित कार्यकर्ताओं को चुनाव मैदान में उतारा और दिल्ली की जनता ने अपने जनादेश से ये साफ़ कर दिया है कि दिल्ली का जनसमर्थन लगातार AAP की तरफ मजबूत हो रहा है. सिर्फ 10 महीनों में ही जनता का विश्वास एक बार फिर तेजी से आम आदमी पार्टी की ओर लौट रहा है. दिल्ली बहुत जल्द वापस सकारात्मक राजनीति और अच्छे कामों की तरफ लौट रही है.''

'जनता बदलाव नहीं, बेहतर कामकाज की वापसी चाहती'

AAP ने ये भी कहा कि दिल्ली नगर निगम के उपचुनाव ने राजधानी की राजनीति में एक साफ़ संदेश दिया है, जनता बदलाव नहीं, बेहतर कामकाज की वापसी चाहती है. और यही वजह है कि अरविंद केजरीवाल द्वारा चुने गए समर्पित और जमीनी कार्यकर्ताओं को जनता ने दोबारा सिर-आँखों पर बिठाया है. 3 सीटों पर आम आदमी पार्टी की जीत ने स्पष्ट कर दिया कि राजधानी का जनसमर्थन तेज़ी से फिर से AAP की ओर जुट रहा है. 

सिर्फ 10 महीनों में ही जनता का भरोसा वापस लौटना यह दिखाता है कि दिल्ली की राजनीतिक चेतना अभी भी विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य और ईमानदारी पर ही टिकती है और इन चारों स्तंभों का नाम है आम आदमी पार्टी.

बीजेपी की स्थिति जनता ने साफ कर दी- AAP

'आप' ने ये भी कहा कि इसके उलट, सत्ता में बैठी बीजेपी की स्थिति जनता ने साफ कर दी है. दिल्ली की राजनैतिक जमीन पर उनकी पकड़ पहले की तरह नहीं रही. 9 से घटकर 7 सीटों पर आ जाना इस बात का संकेत है कि दिल्ली के लोग सियासी शोर नहीं, ठोस काम देखते हैं, और इस बार जनता ने स्पष्ट रूप से बताया कि काम किसने किए और किसने सिर्फ बयान दिए.

'जनता ने AAP के ईमानदार कार्यकर्ताओं को चुना'

पार्टी का मानना है कि अरविंद केजरीवाल का यह आकलन बिल्कुल सही दिखाई देता है कि दिल्ली बहुत जल्द फिर से सकारात्मक राजनीति और अच्छे कामों की तरफ़ लौट रही है. उपचुनाव के नतीजे इसका पहला प्रमाण हैं. जनता ने AAP के ईमानदार कार्यकर्ताओं और जमीन से जुड़े नेतृत्व को चुना, न कि सत्ता के अहंकार को.

'दिल्ली का दिल अभी भी 'आम आदमी' के साथ धड़कता'

'आप' ने ये भी कहा कि दिल्ली का यह जनादेश सिर्फ तीन सीटों की जीत नहीं है, यह एक तेज़ी से लौटते विश्वास की कहानी है. यह कहानी है उस राजनीतिक संस्कृति की, जिसमें सत्ता नहीं, जनता सर्वोपरि है. यह कहानी है उस सोच की, जो दिल्ली को फिर से शिक्षा, स्वास्थ्य और विकास की राजधानी बनाना चाहती है. उपचुनाव में जनता ने बता दिया है कि दिल्ली का दिल अभी भी 'आम आदमी' के साथ धड़कता है.