MCD Mayor Elections: राजधानी दिल्ली में नगर निगम के एकीकरण के बाद हुए चुनाव में जहां आम आदमी पार्टी ने 15 वर्षों से नगर निगम की सत्ता पर काबिज बीजेपी को मात देकर निगम चुनाव में बहुमत हासिल किया था, तो वहीं सदन में चली लंबी खींचतान के बाद मेयर के चुनाव में भी भारतीय जनता पार्टी और इसके प्रत्याशी को हार का मुंह देखना पड़ा था. अब चूंकि नया वित्तीय वर्ष शुरू हो चुका है, तो फिर से दिल्ली में मेयर का चुनाव होने जा रहा है जिसके लिए आम आदमी पार्टी ने मेयर और डिप्टी मेयर के उम्मीदवार के रूप में डॉ. शैली ओबरॉय और आले मोहम्मद इकबाल के नाम पर मुहर लगा दी है.

मेयर चुनाव में आप की जीत लगभग पक्की, 15 वर्ष बाद दोहराया जाएगा इतिहासऐसे में बहुमत के आधार पर आम आदमी पार्टी की मेयर पद की प्रत्याशी डॉ. शैली ओबरॉय और डिप्टी मेयर पद पर आले मोहम्मद इकबाल का जीतना लगभग तय है. ऐसा होने पर निगम में डेढ़ दशक के बाद फिर वही स्थिति बनने जा रही है, जिसमें वर्तमान मेयर व डिप्टी मेयर को लगातार दूसरे वर्ष का कार्यभार संभालने का मौका मिलने जा रहा है. बीजेपी की तरफ से भी इन पदों के लिए प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की गई है. बीजेपी ने मेयर पद के लिए ग्रेटर कैलाश की पार्षद शिखा राय और डिप्टी मेयर पद के लिए सोनिया विहार की पार्षद सोनी पांडेय को उम्मीदवार बनाया है लेकिन सदन में आप के बहुमत और पिछले चुनाव में हुई बीजेपी की हार को देखते हुए आप के प्रत्याशियों की जीत लगभग तय मानी जा रही है.

डेढ़ दशक पहले बीजेपी के मेयर और डिप्टी मेयर ने संभाले थे लगातार दो कार्यकालइससे पहले लगातार दूसरे वर्ष मेयर और डिप्टी मेयर बनने की स्थिति वर्ष 2007 से लेकर 2009 में उत्पन्न हुई थी. उस समय बीजेपी पार्षद आरती मेहरा दो वर्ष तक मेयर रही थीं, जबकि दिव्य जायसवाल को भी लगातार दूसरे वर्ष डिप्टी मेयर बनने का मौका मिला था. हालांकि, उनका कार्यकाल मात्र 18 माह का था, जबकि महापौर आरती मेहरा का कार्यकाल दो वर्ष का था. यह इसलिए भी हुआ था क्योंकि वर्ष 2007 में बीजेपी, कांग्रेस को हराकर निगम की सत्ता पर काबिज हुई थी. पहला वर्ष महिला पार्षद के लिए आरक्षित होने की स्थिति में बीजेपी ने आरती मेहरा को मेयर और विद्रजीत सिंह बाजवा को उपमेयर बनाया था. अक्टूबर में बाजवा का निधन हो गया था. नवंबर 2007 में फिर से डिप्टी मेयर पद का चुनाव हुआ था इसमें बीजेपी पार्षद दिव्य जायसवाल नवंबर में डिप्टी मेयर बने थे. इसके बाद वर्ष 2008 में भी आरती मेहरा के साथ वह फिर से डिप्टी मेयर बने.

पिछले वित्तीय वर्ष में महज 41 दिन काम करने का मिला मौकाआप की डॉ. शैली ओबरॉय और आले इकबाल 22 फरवरी को दिल्ली के नए मेयर और डिप्टी मेयर चुने गए थे लेकिन इनका पहला कार्यकाल छोटा रहा. 31 मार्च को निगम का वित्त वर्ष समाप्त होने के कारण इन्हें करीब 41 दिन इस पद पर रहने का मौका मिला. हालांकि डीएमसी एक्ट के मुताबिक अगले मेयर के चुनाव तक मौजूदा मेयर ही कार्यभार संभालते हैं, इसलिए शैली ओबरॉय और आले इकबाल को 26 अप्रैल को होने जा रहे मेयर के चुनाव तक काम करने का मौका मिल गया. इस तरह मेयर शैली ओबरॉय को कुल 67 दिन काम करने के लिए मिल गए. मुख्यमंत्री व आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इन दोनों को फिर से मौका देने का निर्णय लिया है. ऐसे में 26 अप्रैल को होने वाले चुनाव में मेयर और डिप्टी मेयर का निर्वाचन हो जाएगा. गौरतलब है कि वर्ष 2012 में तीन निगम हो गए थे. ऐसे में तब से वर्ष 2022 तक दस वर्ष में 30 मेयर बने, लेकिन किसी को भी लगातार दूसरी बार मेयर बनने का मौका नहीं मिला था.

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