Delhi News: दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा (साइबर सेल) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए बवाना इलाके में प्रॉपर्टी डीलर के रूप में काम कर रहे तीन अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है. पुलिस का कहना है कि ये तीनों पिछले करीब दो दशकों से दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे थे और खुद को भारतीय नागरिक दर्शाने के लिए फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल कर रहे थे.
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान मुस्ताक शाहिद खान और मिंटू के रूप में हुई है, जो सभी बवाना की जे जे कॉलोनी में रह रहे थे. पुलिस के अनुसार, शाहिद और मिंटू, मुस्ताक के बेटे हैं. ये सभी पश्चिम बंगाल के रास्ते बांग्लादेश से भारत में अवैध रूप से दाखिल हुए थे और बाद में दिल्ली में बस गए.
फर्जी दस्तावेजों से रची थी भारतीय पहचान की कहानी
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुद को भारतीय साबित करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस जांच में उनके आधार कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र व अन्य दस्तावेज फर्जी पाए गए. सख्त पूछताछ के बाद आरोपियों ने कबूल किया कि वे बांग्लादेशी नागरिक हैं और अवैध रूप से भारत में रह रहे थे.
प्रॉपर्टी डीलर बनकर रची साजिश
दिल्ली में लंबे समय से रह रहे ये तीनों आरोपी अब स्थानीय स्तर पर प्रॉपर्टी डीलर के रूप में काम कर रहे थे और लोगों को प्लॉट व घर दिलाने का काम कर रहे थे. पुलिस को शक है कि ये नेटवर्क न केवल दस्तावेज़ों की जालसाजी में शामिल था, बल्कि अन्य बांग्लादेशी नागरिकों को भारत में बसाने में भी इनकी भूमिका रही है.
गुप्त सूचना से हुआ खुलासा
इस कार्रवाई को अंजाम देने वाली टीम का नेतृत्व इंस्पेक्टर विवेकानंद ने किया, जिसमें दिल्ली पुलिस की साइबर सेल के कई अधिकारी व जवान शामिल थे. एएसआई कंवर पाल को मिली एक गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी की गई, जिसमें तीनों आरोपियों को उनके ठिकाने से पकड़ा गया.
कानूनी कार्रवाई शुरू, नेटवर्क की जांच जारी
पुलिस ने तीनों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं और विदेशी नागरिक अधिनियम के तहत केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों ने पूछताछ में इस सिंडिकेट से जुड़े अन्य लोगों के नाम भी बताए हैं, जिनकी तलाश जारी है.
ये भी पढ़ें- दिल्ली CM रेखा गुप्ता ने पति को लेकर खुलकर की बात, जानें- किस बात को लेकर मानी गलती?