Delhi Ki Yogshala: दिल्ली (Delhi) के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने आप सरकार (AAP Government) के महत्वपूर्ण योग कार्यक्रम 'दिल्ली की योगशाला' को बंद करने का कथित रूप से प्रयास करने को लेकर प्रशिक्षण और तकनीकी शिक्षा निदेशालय के सचिव से सफाई मांगी है. सरकार के सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. इस विषय पर निदेशालय के सचिव ऐलिस वाज की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
मंगलवार को एक नोट में मनीष सिसोदिया ने कहा, "उन्हें बताया गया है कि 30 सितंबर को दिल्ली भेषज विज्ञान और अनुसंधान विश्वविद्यालय के संचालक मंडल की बैठक में उक्त अधिकारी के जोर डालने पर इस कार्यक्रम को बंद करने का निर्णय लिया गया है." उपमुख्यमंत्री ने नोट में यह भी कहा, "उन्हें बताया गया कि संचालक मंडल के कई सदस्य इस कार्यक्रम को जारी रखना चाहते थे, लेकिन प्रशिक्षण और तकनीकी शिक्षा सचिव ने उसे जारी रखने के खिलाफ सख्त रूख अपनाया.
दिल्ली विधानसभा ने पारित किया था बजट मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली विधानसभा ने सेंटर फोर मेडिटेशन और योगा साइंसेज शुरू करने के लिए डीपीएसआरयू के लिए बजट पारित किया था. इस सेंटर को योग प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए प्रमाणपत्र और डिप्लोमा कार्यक्रम कराने का जिम्मा दिया गया था. उन्होंने कहा कि यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर प्रचारात्मक कार्यक्रम आयोजित कर योग को अपनाने को बढ़ावा देते हैं.
ये भी पढ़ें- Delhi Air Pollution: दिल्ली में वायु प्रदूषण पर पॉलिटिक्स शुरू, बीजेपी-कांग्रेस ने पटाखे पर बैन को बताया असफल
डिप्टी सीएम ने टीटीई सचिव से मांगी सफाईउपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के नोट में कहा गया है कि यह सब जानते हुए भी टीटीई सचिव 'दिल्ली की योगशाला' को बंद करने की गलत और जबरन कोशिश कर रहे हैं. साथ ही हजारों दिल्लीवासियों के फायदे के लिए योग कक्षाएं चलाने के दिल्ली सरकार के प्रयास को विफल करने की चेष्टा कर रहे हैं. उन्होंने अधिकारी को 24 घंटे के अंदर इस बात पर सफाई देने को कहा है कि जब डीपीएसआरयू अधिनियम की धारा 6(4) विश्वविद्यालय को बाह्य अध्ययन और विस्तार सेवाएं चलाने का अधिकार प्रदान करती है तो योग कार्यक्रम क्यों बंद की जाए?
दिल्ली की योगशाला कार्यक्रम में 17000 से अधिक लोग ले रहे हैं भागउन्होंने यह भी जानना चाहा कि विभाग के प्रभारी मंत्री के साथ बिना किसी चर्चा के सचिव ने इस कार्यक्रम को बंद करने का फैसला क्यों किया? मनीष सिसोदिया का कहना था कि विश्वविद्यालय के संचालक मंडल में दिल्ली सरकार के प्रतिनिधि के नाते टीटीई सचिव इस कार्यक्रम को बढ़ाने के बजाय उसे बंद करने के सरकार के रूख का प्रतिनिधित्व करने के लिए जवाबदेह हैं. आपको बता दें कि सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के लोगों को मुफ्त योग प्रशिक्षक प्रदान करने के लिए पिछले साल 31 दिसंबर को दिल्ली की योगशाला कार्यक्रम की घोषणा की थी. फिलहाल उसके तहत प्रतिदिन 590 योग कक्षाएं चलाई जा रही हैं और उसमें 17000 से अधिक लोग भाग ले रहे हैं.