जज विमल कुमार यादव ने मंगलवार (11 अगस्त) को दिल्ली हाई कोर्ट के जस्टिस के रूप में शपथ ली. चीफ जस्टिस देवेंद्र कुमार उपाध्याय ने जस्टिस यादव को पद की शपथ दिलाई. शपथ ग्रहण समारोह हाई कोर्ट परिसर में आयोजित किया गया. उन्होंने हिंदी में शपथ ग्रहण की. इस दौरान अन्य जज, वरिष्ठ अधिवक्ता और परिजन मौजूद थे.
जस्टिस विमल कुमार यादव के जस्टिस बनने के बाद न्यायाधीशों की कुल संख्या 44 हो गई है. हाई कोर्ट में न्यायाधीशों की स्वीकृत संख्या 60 है. जुलाई में कुल 9 न्यायाधीशों ने दिल्ली हाई कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में शपथ ली थी.
जस्टिस विमल यादव को मिला है प्रमोशन
दिल्ली जिला न्यायपालिका के सेवानिवृत्त न्यायाधीश यादव को हाई कोर्ट में प्रमोट किया गया है. केंद्र ने हाई कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में उनकी नियुक्ति के बारे में 8 अगस्त को नोटिफिकेशन जारी किया था.
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 28 जुलाई को न्यायिक अधिकारी विमल यादव को दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त करने की सिफारिश की थी. उनके नाम की सिफारिश उनकी सेवानिवृत्ति के सात महीने बाद की गई थी.
कौन हैं जस्टिस विमल कुमार यादव?
जस्टिस विमल कुमार यादव का जन्म 9 जनवरी, 1965 को हुआ था. साल 1985 में बी.कॉम (ऑनर्स), 1986 में एलएल.बी., 2006 में एलएल.एम. करने के अलावा साइबर लॉ और इंटरनेट में स्नातकोत्तर डिप्लोमा की डिग्री ली. Delhi Judicial Academy (DJA) जर्नल में उन्होंने लेख और कविताएं आदि भी लिखी है. उनकी दो किताबें हैं, जो कि कविता संग्रह हैं.
1992 में दिल्ली न्यायिक सेवा में शामिल हुए और साल 2003 में दिल्ली उच्चतर न्यायिक सेवा के सदस्य बने. 2008 से 2010 तक प्रतिनियुक्ति पर सुप्रीम कोर्ट में 2 सालों से अधिक समय तक अतिरिक्त रजिस्ट्रार रहे.
जस्टिस यादव के पास दिल्ली की निचली न्यायपालिका में तीन दशकों से अधिक का अनुभव है और हाल ही में उन्होंने पटियाला हाउस कोर्ट्स में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश के रूप में कार्य किया है.