Delhi Assembly Election Result 2025: आठवीं दिल्ली विधानसभा के लिए चुने गए 70 उम्मीदवारों में से 31 ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं. चुनाव अधिकार निकाय एडीआर के आंकड़ों में यह बात कही गई है. यह आंकड़ा सातवीं विधानसभा के आंकड़ों से कम है, उस समय 43 विधायकों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए थे.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, "एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स" (एडीआर) और विधानसभा चुनाव लड़ने वाले सभी 699 उम्मीदवारों द्वारा पेश हलफनामों का विश्लेषण करने वाले दिल्ली "इलेक्शन वॉच" ने कहा कि गंभीर आपराधिक मामलों में आरोपी उम्मीदवारों के विजयी होने की संख्या चिंता का विषय बनी हुई है.
विश्लेषण में पाया गया कि 17 नवनिर्वाचित उम्मीदवार गंभीर आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं, जिनमें हत्या के प्रयास और महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित मामले भी शामिल हैं. साल 2020 के चुनाव में जीते 37 उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामलों की घोषणा की थी. नवनिर्वाचित विधायकों में से एक ने हत्या के प्रयास से संबंधित मामलों की घोषणा की है और दो अन्य पर महिलाओं के खिलाफ अपराध के आरोप हैं.
BJP-AAP के इतने विधायकों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्जपार्टी-वार विश्लेषण से पता चलता है कि बीजेपी के 48 विधायकों में से 16 और आप के 22 विधायकों में से 15 के खिलाफ आपराधिक मामले हैं. बीजेपी के सात और आप के 10 विधायक गंभीर आपराधिक आरोपों का सामना कर रहे हैं.
वहीं विश्लेषण के मुताबिक, 70 नवनिर्वाचित विधायकों के पास कुल संपत्ति 1,542 करोड़ रुपये है. प्रति उम्मीदवार औसत संपत्ति 2020 में 14.29 करोड़ रुपये थी जो अब बढ़कर 22.04 करोड़ रुपये हो गई है. संपत्ति चार्ट में बीजेपी विधायकों का दबदबा है जिनका औसत संपत्ति मूल्य 28.59 करोड़ रुपये है, जबकि आप के विधायकों का औसत संपत्ति मूल्य 7.74 करोड़ रुपये है.
तीन विधायकों के पास 115-259 करोड़ रुपये तक की संपत्तिइस चुनाव में 115 करोड़ रुपये से 259 करोड़ रुपये तक की संपत्ति वाले तीन बीजेपी उम्मीदवार विजयी हुए हैं. जबकि इसके विपरीत आप के तीन विजेताओं ने 20 लाख रुपये से कम की संपत्ति घोषित की. विश्लेषण के अनुसार, जीतने वाले 44 प्रतिशत उम्मीदवारों के पास 10 करोड़ रुपये या उससे अधिक की संपत्ति है, जबकि केवल तीन प्रतिशत के पास 20 लाख रुपये से कम की संपत्ति है.
पांच सबसे धनी विधायकों में कौन-कौन?चुनाव जीतने वाले 23 उम्मीदवारों ने एक करोड़ रुपये या उससे अधिक की देनदारी घोषित की है, जिसमें बीजेपी के प्रवेश वर्मा 74 करोड़ रुपये की देनदारी के साथ शीर्ष पर हैं. तीन सबसे धनी विधायक भी बीजेपी से हैं. इनमें करनैल सिंह के पास 259.67 करोड़ रुपये, मनजिंदर सिंह सिरसा के पास 248.85 करोड़ रुपये और प्रवेश वर्मा के पास 115.63 करोड़ रुपये की संपत्ति है. वहीं आप के राम सिंह नेता जी के पास 89 करोड़ रुपये की और बीजेपी के डॉक्टर अनिल गोएल के पास 78 करोड़ रुपये की कुल संपत्ति है.
दिल्ली में युवा विधायकों की संख्या कितनी?विश्लेषण के अनुसार, 64 प्रतिशत नए विधायकों के पास स्नातक डिग्री या उससे ऊपर की डिग्री है, जबकि 33 प्रतिशत ने अपनी शैक्षणिक योग्यता कक्षा 5 और कक्षा 12 के बीच बताई है. दिल्ली विधानसभा चुनाव में इस बार महज नौ युवा विधायक बने हैं. इनकी आयु 31 से 40 वर्ष के बीच है. इसके अलावा 41 से 60 वर्ष की आयु वर्ग में 47 प्रत्याशी जीतें हैं. 11 विधायक 61 से 70 वर्ष की आयु वर्ग के और तीन विधायक 70 से 80 वर्ष की आयु वर्ग के हैं.
महिला विधायकों की संख्या?वहीं सबसे कम 31 वर्ष की आयु के विधायक राजेंद्र नगर से बीजेपी के टिकट पर जीते उमंग बजाज हैं, वहीं सबसे ज्यादा 73 वर्ष की आयु के विधायक तिलक राम गुप्ता भी बीजेपी के ही हैं. वे त्रिनगर विधानसभा सीट से जीते हैं. 32 साल के रविकांत, संदीप सहरावत भी बीजेपी से जीते हैं. वहीं, 34 साल के आले मोहम्मद इकबाल और 35 साल के कुलदीप कुमार ने आम आदमी पार्टी के टिकट पर जीत हासिल की है. हालांकि, इस चुनाव में केवल पांच महिलाएं चुनी गईं जबकि 2020 में आठ महिलाएं चुनी गई थीं.
विश्लेषण में दोबारा निर्वाचित विधायकों की संपत्ति में बढ़ोतरी पर भी प्रकाश डाला गया. इस बार फिर से चुने गए 22 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति पिछले चुनाव के मुकाबले 25 प्रतिशत बढ़कर 8.83 करोड़ रुपये हो गई. 2020 में यह आंकड़ा 7.04 करोड़ रुपये का था.