Delhi News: द्वारका सेक्टर-12 में केएम चौक (KM Chowk) के पास 24 की फरवरी की रात एक दुर्घटना हुई, जब सर्विस लेन का एक हिस्सा अचानक ढह गया. इस हादसे में एक कार गड्ढे में गिर गई. गनीमत रही कि कार सवार को ज्यादा चोट नहीं आई, लेकिन इस घटना ने दिल्ली की सड़कों की खस्ता हालत को एक बार फिर उजागर कर दिया है.
स्थानीय लोगों के अनुसार, यह सड़क पहले से ही कमजोर थी और बार-बार शिकायत करने के बावजूद प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. बारिश के कारण सड़क और भी कमजोर हो गई थी, जिससे यह हादसा हुआ. लोगों ने इस हादसे का वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर शेयर भी करने लगे. फिलहाल सड़क के गड्ढे को घेर दिया गया है, और जल्द ही मरम्मत का काम शुरू हो सकता है.
दिल्ली की सड़कों की स्थिति और सरकार की चिंता दिल्ली की सड़कों की हालत लंबे समय से चिंता का विषय बनी हुई है. जगह-जगह गड्ढे, जलभराव और धंसती सड़कें आम समस्या बन चुकी हैं. द्वारका, रोहिणी, लक्ष्मी नगर, करोल बाग सहित कई इलाकों में सड़कों की खराब स्थिति के कारण आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं.
हाल ही में, दिल्ली के लोक निर्माण विभाग (PWD) मंत्री प्रवेश वर्मा ने PWD अधिकारियों के साथ दिल्ली की कई महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं का निरीक्षण किया. उन्होंने सड़कों के निर्माण और सुधार कार्यों की प्रगति की समीक्षा की और अधिकारियों को काम में तेजी लाने के निर्देश दिए. मंत्री ने खासतौर पर उन इलाकों में सड़क निर्माण कार्य को प्राथमिकता देने को कहा, जहां सबसे अधिक गड्ढे और खराब सड़कें हैं.
बारिश के बाद बढ़ी परेशानी बारिश के कारण दिल्ली की सड़कों की हालत और भी खराब हो गई है. जलभराव और कमजोर निर्माण की वजह से कई जगहों पर सड़कें धंस रही हैं, जिससे हादसों का खतरा बढ़ गया है. द्वारका सेक्टर-12 की घटना भी इसी समस्या का नतीजा मानी जा रही है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि जब तक PWD और अन्य संबंधित विभाग सड़कों के निर्माण में गुणवत्ता पर ध्यान नहीं देंगे, तब तक इस तरह की घटनाएं होती रहेंगी. दिल्ली सरकार ने हाल ही में कई सड़क सुधार परियोजनाओं की घोषणा की है, लेकिन इनकी रफ्तार धीमी होने के कारण लोग परेशान हैं.
प्रशासन को चाहिए सख्त कदम उठाए दिल्ली में आए दिन हो रहे सड़क धंसने और गड्ढों की घटनाओं को देखते हुए प्रशासन को और अधिक सक्रिय होने की जरूरत है. सरकार को सड़कों की नियमित जांच और मरम्मत कार्य को प्राथमिकता देनी चाहिए, ताकि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके.
देश की राजधानी में हो रही ऐसी घटनाएं एक चेतावनी है कि यदि जल्द से जल्द ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो ऐसे हादसे आगे भी होते रहेंगे. अब देखना होगा कि दिल्ली की नई सरकार इस घटना के बाद दिल्ली की सड़कों को सुधारने के लिए क्या ठोस कदम उठाए जाते हैं.
ये भी पढ़ें - दिल्ली विधानसभा में पेश होगी CAG रिपोर्ट, आबकारी नीति से 'शीशमहल' तक इन मुद्दों पर हंगामे के आसार