Delhi News: देश की राजधानी में चल रहे बुल्डोजर के खिलाफ सियासत के बीच CPI और अन्य दलों ने इसके खिलाफ प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है. बुधवार को दर्जन भर से अधिक संगठनों ने दिल्ली के उपराज्यपाल (lieutenant governor) आवास तक नागरिक मार्च निकाला. हालांकि भारी पुलिस बल के बीच सभी प्रदर्शनकारियों को पहले ही रोक दिया गया. तमाम लोगों ने बुल्डोजर के खिलाफ सरकार को घेरा और नारेबाजी भी की. वहीं हाथों में तख्ती लेकर साम्प्रदायिक माहौल के खिलाफ भी नारेबाजी की.
यह पार्टियां कर रही है विरोधइस प्रदर्शन में सीपीआई, सीपीआई (एम), सीपीआई (एमएल), एआईएफबी, आरएसपी आदि संगठनों ने यह नागरिक मार्च निकाला. ऑल इंडिया किसान महासभा के सेक्रेटरी पुरुषोत्तम मिश्रा ने आईएएनएस को बताया, यह प्रदर्शन देशभर में गरीबों के ऊपर चल रहे बुलडोजर के खिलाफ है. अतिक्रमण हटाओ के नाम पर लगातार हमले हो रहे हैं. इस हमले के खिलाफ यह विरोध है क्योंकि यह अतिक्रमण हटाओ अभियान नहीं बल्कि देश के अंदर हिंदू मुस्लिम राजनीति को तेज करने और कॉरपोरेट को देश के सभी संसाधनों को लुटाने का अभियान है.
बीमारी और गरीबी से लोगों का है बुरा हालसरकार साम्प्रदायिक राजनीति कर देश को बांटने में लगी हुई है. जनता का ध्यान भटकाया जा रहा है. इस अभियान के खिलाफ हम देश भर में प्रदर्शन करेंगे. इसी तर्ज पर पूरे मई माह में हमारा यह प्रदर्शन होगा. इस प्रदर्शन में शामिल हुए एक अन्य प्रदर्शनकारी ने बताया, सरकार की एक जिम्मेदारी होती है की वह शांति बनाए रखे. साम्प्रदायिक वारदातें लगातार बढ़ती जा रही हैं. लोग बीमारी, गरीबी से मर रहे हैं जो कि 21वीं सदी का यह भारत ऐसा नहीं होना चाहिए था. लगातार बुलडोजर चलाया जा रहा है, हनुमान जयंती या अन्य जयन्तियों पर दूसरे धार्मिक स्थलों पर जाकर प्रदर्शन करने में लगे हुए हैं.
बुलडोजर पर हो रही है सियासतदरअसल, दिल्ली में जहांगीरपुरी हिंसा के बाद चले निगम के बुल्डोजर के बाद, लगातार दिल्ली के विभिन्न जगहों पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जा रहा है, जिस पर लगातार सियासत भी हो रही है. तमाम पार्टी इसका विरोध कर रही हैं वहीं बीजेपी लगातार इस अभियान को अपना समर्थन दिए हुए है.
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