दिल्ली में पिछले तीन दिनों में 12 से 14 साल के बच्चों को दी जा रही कोविड वैक्सीन में कमी देखने को मिली है. मार्च के तीसरे सप्ताह के बाद पहली बार ऐसा हुआ है जब इस आयु के बच्चों का टीकाकरण धीमा हुआ है. 16 मार्च को शुरू होने के बाद 12 से 14 साल की आयु के बच्चों को कोविड टीकाकरण की रफ्तार बढ़ी थी. इसके बाद अब फिर कोरोना वैक्सीन की रफ्तार में कमी आई है.


आंकड़े को अनुसार राजधानी दिल्ली में इस युवा आयु वर्ग में भी पहली खुराक की बढ़ी थी. दिल्ली में इस समय अब तक 12 से 14 साल तक के बच्चों को 4.26 लाख वैक्सीन लग चुकी है. दिल्ली में इस आयु वर्ग के के करीब 6 लाख बच्चे हैं जिनको वैक्सीन लगनी है. आंकड़ों के अनुसार 12 से 14 साल के बच्चों के बीच की वैक्सीन ही नहीं बल्कि कुल वैक्सीन में भी कमी आई है.


दिल्ली में शुक्रवार को केवल 11,606, शनिवार को 27,363 और रविवार को 877 कोविड वैक्सीन लगी है.  मार्च के तीसरे सप्ताह से दिल्ली में हर दिन दिए जाने वाली वैक्सीन की संख्या 20,000 से 30,000 के बीच गिर गई थी, ज्यादातर सभी पात्र लोगों को वैक्सीन की दो खुराक मिली थी. मार्च के तीसरे सप्ताह में यह आंकड़ा औसतन 78,681 तक पहुंचा था, जिसमें यह संख्या 80,000 को तीन बार पार कर गई.


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हैदराबाद की कंपनी बायोलॉजिकल ई की प्रोटीन सब-यूनिट वैक्सीन कॉर्बेवैक्स नाम से 12-14 आयु वर्ग के बच्चों का कोविड टीका लगाया जा रहा है. दिल्ली में अब तक 5.02 लाख लोगों को वैक्सीन लग चुकी है. दिल्ली में 60 साल से अधिक आयु के 21 लाख लोगों के अलावा, 2.4 लाख स्वास्थ्य कार्यकर्ता और 3.5 लाख फ्रंटलाइन कार्यकर्ता तीसरी खुराक के लिए अभी पात्र हैं.