दिल्ली में कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने राजधानी में झुग्गी-झोपड़ियों को तोड़े जाने पर चिंता जताते हुए दिल्ली सरकार की आलोचना करी है. देवेंद्र यादव ने कहा कि दाे बार अस्वीकार करने के बाद संसद में कांग्रेस के स्थगन प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया गया परंतु झुग्गी झोपड़ियों के विषय पर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा दिए गए वक्तव्य पर सरकार द्वारा चर्चा न करना बीजेपी के गरीब विरोध मुखौटे को उजागर करता है.

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उन्होंने कहा कि दिल्ली की 3000 झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले 15 हजार से अधिक गरीब लोगों के विस्थापन पर जवाबदेही से भागना बीजेपी की गरीब विरोधी नीति और संसद में लोकतांत्रिक मूल्यों को खत्म करने का षडयंत्र उजागर करता है.

हजाराें गरीब परिवार त्रासदी से जूझ रहे- देवेंद्र यादव देवेंद्र यादव ने कहा कि 15 हजार से अधिक गरीब परिवार जो त्रासदी से जूझ रहे है, उनका जल्द समाधान किया जाए. जबकि दिल्ली की बीजेपी सरकार दिल्ली में तोड़फोड़ अभियान चलाकर उनका उजाड़ा गया जिसमें वैधानिक और न्यायिक सुरक्षा उपायो का उलंघन करके हजारों झुग्गीवासियों को आश्रय से वंचित होना पड़ा. यादव ने कहा कि बीजेपी की रेखा गुप्ता सरकार दिल्ली की झुग्गी झोपड़ियों को उजाड़कर दिल्ली झुग्गी एवं झुग्गी पुनर्वास एवं पुनर्वास नीति, 2015 का उल्लंघन कर रही है.

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उन्होंने कहा कि इसके साथ ही  01.01.2006 से पहले मौजूद झुग्गी बस्तियों को वैकल्पिक आवास के बिना हटाया नही जा सकता, 01.01.2015 तक अधिसूचित झुग्गी बस्तियों में झुग्गियों को वैकल्पिक आवास के बिना तोड़ा नही जा सकता और 01.01.2015 के बाद नए अतिक्रमणों को पर्याप्त नोटिस, तीन महीने के अस्थायी आवास और बुनियादी सुविधाओं के प्रावधान के बाद ही हटाया जाना चाहिए. परंतु बीजेपी सरकार ने किसी भी व्यवस्था का सम्मान न करके बेरहमी से दिल्ली के 15 हजार लोगों को उजाड़कर बेघर कर दिया.

उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोकसभा में सातों सांसद को झुग्गी झोपड़ी विस्थापन के विषय संसद में आवाज उठानी चाहिए परंतु उन्हें झुग्गीवालों के दुखों से कोई सरोकार नही है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने चुनावों के दौरान झुग्गीवालों के बीच उनकी बस्तियों में रात्रि प्रवास करके 3.5 लाख पक्के घर देने, यथास्थान पुनर्वास, बुनियादी नागरिक सेवाएं, स्वामित्व अधिकार और सामाजिक कल्याणकारी उपायों के जहां झुग्गी वही मकान देने के वादे को तोड़कर अपने पांच महीने के शासन में बीजेपी सरकार ने 3000 झुग्गियों को उजाड़कर 15000 से अधिक लोगों को बेघर कर दिया.

देवेंद्र यादव ने कहा कि बीजेपी सरकार ने दिल्ली में 40-50 वर्षां रह रहे गरीब लोगों को उजाड़कर न्यायिक आदेश का उलंघन किया, जिसमें अजय माकन बनाम भारत संघ 2019 में उच्च न्यायालय का फैसला, जिसमें 2015 की डीयूएसआईबी नीति का कड़ाई से पालन करने का आदेश दिया था कि उचित पुनर्वास प्रक्रिय के बिना बेदखली पर रोक लगाता है, फिर भी जेलरवाला बाग जेजे कलस्टर में दो घरों को मौजूदा अदालती रोक के बावजूद बुलडोजर से गिरा दिया गया.

उन्होंने कहा कि यही नहीं तोड़फोड़ की कार्यवाही करके दिल्ली आश्रय सुधार बोर्ड अधिनियम 2010 और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली कानून विशेष प्रावधान द्वितिय अधिनियम 2011 के तहत वैधानिक सुरक्षा उपायों का भी उलंघन किया. देवेंद्र यादव ने कहा कि तानाशाह बीजेपी गरीब विरोधी रवैया अपना रही है, जिसके तहत दिल्ली से झुग्गी झोपड़ियों को उजाड़ा जा रहा है. ऐसा करके बीजेपी ने अपना गरीब विरोधी चेहरा उजागर कर दिया है, लेकिन दिल्ली कांग्रेस चुप नही बैठेगी.

देवेंद्र यादव ने कहा कि राहुल गांधी के आदेश पर कांग्रेस पार्टी झुग्गी झोपड़ी वालों के हितों की रक्षा, सुरक्षा, उनको विस्थापित करने और सरकार जब तक गरीब लोगों की वैकल्पिक व्यवस्था नही कर देती तब तक उनके हक की लड़ाई लड़ेंगे. 675 जेजे कलस्टर के लिए कानूनी सहायता सहित कांग्रेस पार्टी झुग्गी वालों की आवाज बनकर 15 दिन का अभियान शुरू करेंगे.