Delhi News: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने रविवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की. उन्होंने बीजेपी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात को 'शिष्टाचार भेंट' बताया. दरअसल, दिल्ली में नई सरकार ने कामकाज संभाल लिया है. ऐसे में दोनों नेताओं की बैठक को राजनीतिक रूप से अहम माना जा रहा है. चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी ने जनता से बड़े वादे किये थे. राजनीतिक गलियारों में मुख्यमंत्री की रक्षा मंत्री के साथ मुलाकात को सहयोग लेने की एक पहल माना जा रहा है.

राजनाथ सिंह बीजेपी के वरिष्ठ नेता हैं. संगठन से लेकर सरकार तक में गहरी पकड़ मानी जाती है. उन्होंने दो बार राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी भी संभाली है. राजनाथ सिंह को बीजेपी में संतुलित और अनुभवी नेता माना जाता है. उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में भी मंत्री पद संभाला है. अब 2014 के बाद से मोदी सरकार में अहम भूमिका निभा रहे हैं. राजनाथ सिंह की छवि सुलझे हुए नेता की है. दिल्ली सरकार के लिए केंद्र का सहयोग जरूरी है.

मुख्यमंत्री ने रक्षा मंत्री से की मुलाकात

राजधानी का प्रशासनिक ढांचा अन्य राज्यों की तुलना में अलग है. दिल्ली में कई विकास कार्य केंद्र सरकार की अनुमति से होते हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि रेखा गुप्ता ने बैठक के जरिए केंद्र से समन्वय बनाने की कोशिश की है. राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात कर रेखा गुप्ता ने संकेत दिया है कि दिल्ली सरकार विकास के लिए केंद्र से करीबी सहयोग बनाए रखेगी.

राजनीतिक गलियारों में शुरू हुई चर्चा

अब देखना होगा कि दोनों नेताओं की बैठक के बाद विकास कार्यों में कितनी तेजी आती है. बीजेपी ने चुनाव प्रचार के दौरान महिला सम्मान राशि, यमुना की सफाई, बिजली-पानी की समस्याओं का समाधान और ट्रांसपोर्ट सिस्टम को बेहतर बनाने का वादा किया था. सत्ता संभालने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा था, "खजाना खाली है. हम पूरी प्लानिंग के साथ जनता में जाएंगे.” मुलाकात के बाद राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता केंद्र सरकार से तालमेल बढ़ाने की कोशिश कर रही हैं. 

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