पिछली आप सरकार में दिल्ली और हरियाणा के बीच खींचतान का मुद्दा बनी मुनक नहर पर आज दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने हरियाणा सरकार के अधिकारियों के साथ बैठक में ऑफर दिया कि हरियाणा सरकार चाहे तो दिल्ली सरकार दिल्ली के भीतर आने वाले 20 किलोमीटर मुनक नहर के हिस्से का रखरखाव करने के लिए तैयार है और दिल्ली सरकार के पास बजट की कोई कमी नहीं है.
आज दिल्ली सचिवालय में मुनक नहर के मुद्दे पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और जल मंत्री प्रवेश वर्मा ने हरियाणा सरकार के अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें भारत सरकार के भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI), दिल्ली सरकार के पीडब्ल्यूडी और वन विभाग के भी अधिकारी शामिल थे.
'हरियाणा सरकार के पास है मुनक नहर के आसपास की जमीन' बैठक में कहा गया कि असल में हरियाणा से दिल्ली में प्रवेश करके 20 किलोमीटर तक बहने वाली मुनक नहर से दिल्ली को लगभग 200 एमजीडी (मिलियन गैलन प्रतिदिन) पानी मिलता है, जो कि राजधानी की कुल पाइप लाइन जल आपूर्ति का लगभग 21% है और दिल्ली के करीब 20 लाख लोगों के घरों में इसी नहर का पानी साफ होकर पाइप लाइन से पहुंचता है, लेकिन दिल्ली में बवाना से इंद्रलोक तक बहने वाली इस मुनक नहर के दिल्ली के हिस्से के भी रखरखाव व उसके आसपास की जमीन हरियाणा सरकार के सिंचाई विभाग के पास है.
दिल्ली सरकार के आधिकारिक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने बैठक में हरियाणा सरकार के अधिकारियों से कहा कि “उन्हें जानकारी है कि इस नहर का रखरखाव बेहतर नहीं है.”
'दिल्ली में बहने वाला मुनक नहर का हिस्सा कई स्थानों पर कच्चा भी है'मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बैठक में हरियाणा के अधिकारियों से शिकायती लहजे में कहा कि दिल्ली में मुनक नहर खुले में बहती है और नहर व पानी की सुरक्षा को लेकर कोई प्रभावी व्यवस्था भी हरियाणा की तरफ़ से नहीं की गई है. साथ ही दिल्ली सरकार के मुताबिक़ मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में बहने वाला मुनक नहर का हिस्सा कई स्थानों पर कच्चा भी है, जिसके चलते इसका पानी प्रदूषित होता रहता है.
साथ ही नहर के अंदर का पाट (pitching) भी हरियाणा द्वारा रखरखाव के अभाव में कई जगहों पर टूट गया है जिसकी वजह से नदी दूषित भी हो रही है और बाधित भी.
'सीएम नायब सिंह सैनी से करेंगी बात'शिकायतों के बाद दिल्ली सरकार के आधिकारिक बयान के मुताबिक आज बैठक में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने हरियाणा सरकार के अधिकारियों से कहा कि “अगर आपको इस नहर के रखरखाव में कोई समस्या आ रही है तो हमें इस नहर के रखरखाव की जिम्मेदारी लेने को तैयार हैं, हमारी पास बजट की कोई कमी नहीं है और दिल्ली के संबंधित विभाग इसका संचालन व रखरखाव बेहतर कर पाएंगे.”
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने हरियाणा के अधिकारियों को बताया कि वह मुनक नहर को दिल्ली सरकार के अधीन में लाने के लिए जल्द ही हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी से भी बात करेंगी.
नहर के आसपास के इलाकों का करना चाहती है बेहतर रखरखावइसके अलावा दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बैठक में यह भी जानकारी दी कि दिल्ली सरकार ने मुनक नहर के ऊपर एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने का प्रस्ताव भी तैयार किया है ऐसे में अगर मुनक नहर दिल्ली सरकार के अधीन आ जाए तो इस पूरी योजना को जल्द व प्रभावी तरीके से पूरा किया जा सकेगा. दिल्ली सरकार के मुताबिक दिल्ली सरकार मुनक नहर का रखरखाव खुद इसलिए करना चाहती है ताकि नहर को और मजबूती प्रदान की जाए और उसके जल प्रवाह में कोई समस्या न आए.
साथ ही दिल्ली सरकार नहर की गहराई को भी समान करना चाहती है और सरकार नहर के आसपास के इलाकों का बेहतर रखरखाव भी करना चाहती है, ताकि वहां धार्मिक व सांस्कृतिक आयोजन भी प्रभावी तरीके से हो क्योंकि दिल्ली सरकार के मुताबिक यह नहर दिल्ली की सांस्कृतिक व धार्मिक गतिविधियों का भी प्रतिनिधित्व करती है और इस नहर में बड़े स्तर पर छठ पर्व भी आयोजित किया जाता है.
वैसे यह पहला मौका नहीं है जब दिल्ली की रेखा गुप्ता की नेतृत्व वाली नई नवेली बीजेपी सरकार ने पड़ोसी राज्य की शासित बीजेपी सरकार से दिल्ली के लिए शिकायत की है. इससे पहले 7 जुलाई को ही पड़ोसी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी लिख कर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शिकायत की थी.
रेखा गुप्ता ने लिखा था कि यमुना नदी में यूपी की तरफ होने वाले अवैध खनन की वजह से दिल्ली को परेशानी हो सकती है और बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो सकती है ऐसे में यूपी सरकार दिल्ली यूपी सीमा पर यूपी को तरफ़ होने वाले अवैध खनन को रोके.